इटारसी। कवि एवं गीतकार स्वर्गीय बालकृष्ण जोशी का आज पुण्य स्मरण दिवस है। आज ही के दिन 18 अगस्त 1961 को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उनका दुखद निधन हुआ था। उनके 60 वे निर्वाण दिवस पर विपिन जोशी स्मारक समिति के संस्थापक संरक्षक प्रमोद पगारे ने स्व. विपिन जोशी की कर्म स्थली रहे गांधी वाचनालय पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर पुष्पहार अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। स्व. बालकृष्ण जोशी विपिन बड़वानी के मजिस्ट्रेट रामचंद्र जोशी के सुपुत्र थे। खंडवा में उन्होंने स्व. माखनलाल चतुर्वेदी के समाचार पत्र कर्मवीर में काम किया। वहां से स्व. सुकुमार पगारे उन्हें इटारसी लाए। यहां पर उन्होंने जनशक्ति साप्ताहिक समाचार पत्र में कार्य किया। जनशक्ति समाचार पत्र बंद होने के बाद उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी करण सिंह तोमर के साप्ताहिक समाचार पत्र में कार्य किया। इस समाचार पत्र के बंद होने के बाद स्थानीय साहित्यकारों एवं शुभचिंतकों ने नगर पालिका परिषद में उन्हें ग्रंथपाल बनवाया। विपिन जोशी की पुस्तक साधना के स्वर का विमोचन उनके निर्वाण के पश्चात त्रयोदशी पर किया। विपिन जोशी स्मारक समिति उनके नाम पर प्रतिवर्ष 5 सितंबर को राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित करती है। इस समिति के अध्यक्ष रमेश के साहू एडवोकेट है।