त्रिकूट पर विराजी मां वैष्णो के दर्शन करने करीब 80 भक्त गये
इटारसी। कोरोना लॉकडाउन (corona lockdown) की वजह से पिछले वर्ष माता वैष्णो (Mata Vaishno) के दर्शन करने जत्था नहीं जा सका था। इस वर्ष भी माता के दर्शन करने जाने वाली की संख्या एक चौथाई से भी कम रही। अमरनाथ यात्रा निरस्त होने के बाद माना जा रहा था कि मां वैष्णो के दर्शन करने जाने वाले भक्तों की संख्या बढ़ेगी। लेकिन, लोगों ने फिलहाल घर से निकलना मुनासिब नहीं समझा और लगभग 80 लोग ही आज यहां से रवाना हुए जत्थे में शामिल हुए।
आज सुबह करीब 7 बजे झेलम एक्सप्रेस से मां वैष्णो के दर्शन करने माता के भक्त इटारसी से रवाना हुए हैं। इस वर्ष इस यात्रा का 43 वॉ वर्ष है। अब तक करीब 25 हजार लोग इस जत्थे के माध्यम से कटरा पहुंचकर मां के दर्शन कर चुके हैं। पिछले वर्ष कोरोना लॉकडाउन के कारण यात्रा प्रतिबंधित थी और मंदिर भी बंद थे, अत: चार दशक से चली आ रही यात्रा में विराम लगा था। इस वर्ष यात्री यहां से रवाना हुए हैं जो बुधवार को दोपहर तक कटरा पहुंच जाएंगे।
दुर्गा मंदिर से निकला जुलूस
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दुर्गा चौक के दुर्गा मंदिर से भक्तों ने मां के चित्र के साथ रेलवे स्टेशन तक जुलूस निकाला। माता के भक्त ढोल-ढमाकों के साथ नाचते-गाते जयस्तंभ चौक होते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचे। जुलूस के आगे भक्त मां भगवती का चित्र लेकर चल रहे थे। ट्रेन की बोगी में दरबार सजाया, दोनों वक्त आरती की जाएगी।
सत्तर के दर्शन में प्रारंभ हुई थी
मां वैष्णो के दर्शन की यह यात्रा 1978-79 में प्रारंभ हुई थी। उस वक्त माता के पांच भक्तों ने इस परंपरा को शुरू किया था। इसके बाद हर वर्ष इस जत्थे में लोग जुड़ते गये और कभी चार सौ और कभी पांच सौ भक्त दर्शन करने पहुंचे। पहले वर्ष सतीश बतरा, अन्नू गुप्ता, बृजमोन सैनी, रमेश भार्गव और मालवीय गुरुजी दर्शनार्थी रहे थे।