इटारसी। आदिवासी ब्लॉक केसला के जंगल में एक 7 वर्षीय मासूम के साथ उसके ही 22 वर्षीय सगे फूफा द्वारा दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या करने और शव को जंगल में फैकने का मामला प्रकाश में आया है।
घटना के वक्त बच्ची के माता-पिता मजदूरी करने गये थे और बच्ची, उसका एक भाई तथा दादी तथा उसका फूफा घर में ही थे। सूचना मिलने पर एसपी सहित अन्य आला अधिकारी बीती देर रात मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने बच्ची का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए इटारसी अस्पताल भेजा है।
मिली जानकारी के अनुसार 7 वर्षीय मासूस के साथ रेप कर गला दबाकर जंगल में शव फेंकने का आरोपी बच्ची का सगा फूफा है। सूचना मिलने पर रात में ही एसपी डॉ. गुरकरन सिंह मौके पर पहुंचे। एसपी ने भारी पुलिस बल और एफएसएल टीम के साथ प्रूफ रेंज के जंगल में सर्चिंग शुरू की। इमरजेंसी लाइट से पुलिस ने करीब 5 घंटे सर्चिंग की। जिसके बाद पुलिस को बच्ची का शव अर्धनग्न हालत में मिला। बच्ची के चेहरे पर कपड़ा ढंका था। पुलिस ने अपहरण, रेप और हत्या का केस दर्ज कर आरोपी फूफा को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस के अनुसार आरोपी बैतूल जिले का रहने वाला है। केसला थाना क्षेत्र के एक गांव में उसकी ससुराल है। दो दिन पहले वह यहां मेहमानी करने आया था। शुक्रवार को घर पर सभी मजदूरी करने गए थे। आरोपी ने चॉकलेट के लालच से उसे जंगल में ले गया और फिर रेप कर गला दबाकर हत्या कर दी। फिर वह घर आ गया। शाम को घर में बच्ची के नहीं मिलने पर परिजन ने थाने में शिकायत की। थाना प्रभारी गौरव बुंदेला ने तत्काल मामले में पूछताछ शुरु की तो बच्ची की दादी ने बताया कि बच्ची उसके फूफा के साथ सुबह 10-11 बजे के बीच गयी थी। इसके बाद फूफा करीब 12 बजे अकेला लौटकर आया और बताया कि बच्ची को गांव की ही एक दुकान के पास छोड़कर वह दारूभट्टी सुखतवा चला गया था।
पुलिस ने फूफा से पूछताछ की तो पहले उसने गुमराह करने की कोशिश की लेकिन सख्ती से पूछताछ में वह टूट गया और उसने बताया कि चॉकलेट दिलाने के लालच से उसे जंगल में ले गया। रेप कर उसका गला दबा दिया। फिर चेहरे पर एक कपड़ा ढांककर आ गया। आरोपी पुलिस की हिरासत में है।