वर्धमान ग्रुप ने गुरु के सम्मान और संस्कार का महत्व बताया

वर्धमान ग्रुप ने गुरु के सम्मान और संस्कार का महत्व बताया

इटारसी। शिक्षा, अनुशासन, संस्कार ही वर्धमान ग्रुप ऑफ एजुकेशन (Vardhman Group of Education) का मुख्य उद्देश्य है जिसके लिए संस्था निरंतर प्रयासरत रहता है। इसी उद्देश्य को साकार करते हुए आज वर्धमान परिवार (Vardhman Parivar) ने गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में अपने विद्यार्थियों को गुरु (Guru) का महत्व बताने और समझने के लिए हमारे पूर्वजों द्वारा सिखाये गए संस्कार अनुसार सभी गुरूओं का सम्मान किया।
सर्व प्रथम बच्चो ने अपने गुरुओं के पैर पखारकर तिलक लगाया तत्पश्चात श्रीफल और पुष्पगुच्छ देकर आरती भी की। सांस्कृतिक कार्यक्रम में गुरु के आदर में नृत्य तथा गीत भी प्रस्तुत किए। अपने शिक्षक सोनाक्षी अरोड़ा और जयंती रॉय के नेतृव में बच्चों ने कार्यक्रम तैयार किया।

Vardhman 2संस्था की डायरेक्टर (Director) श्रीमती रचना जैन, प्राचार्या सुश्री वर्षा मिश्रा एवं हॉस्टल प्रबंधक (Hostel Manager) जय प्रकाश सोनी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। संस्था के चेयरमैन (Chairman) प्रशांत जैन ने सभी बच्चों को गुरु पूर्णिमा का महत्व बताते हुए कहा कि यह दिन हमारे गुरु आदर का है, साथ ही हमें अपने गुरु के मार्गदर्शन में ही प्रगतिशील होना चाहिए। जब तक गुरु है, तब तक कोई भी हमें रास्ता नहीं भटका सकता। साथ ही अपनी स्पीच (Speech) में संस्था प्राचार्या ने बच्चों को जीवन में गुरु के मार्ग दर्शन का महत्व समझाते हुए बड़ों के आदर में पैर अवश्य छूने को कहा। अंत में शिक्षक श्याम राजपूत ने आभार प्रकट किया।

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AUTHORRohit

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