इटारसी। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंगदल ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन आज एसडीएम टी प्रतीक राव को देकर रेलवे स्टेशन के सामने स्थित हनुमान मंदिर को विस्थापित नहीं करने की मांग की है। संगठन का कहना है कि इस मंदिर में सैंकड़ों लोगों की आस्था है। पूर्व में भी इसे विस्थापित करने का प्रयास किया था, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हस्तक्षेप से इसे रोका गया था।
विहिप-बजरंगदल का कहना है कि मंदिर के रहने से रेलवे स्टेशन के विकास में कोई बाधा नहीं उत्पन्न होगी। समाचारों के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि अमृत भारत स्टेशन के लिए चयनित इटारसी रेलवे स्टेशन के कार्य के लिए मंदिर को विस्थापित किया जाना है। आजादी के पहले से स्थापित श्री दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर के संदर्भ में मान्यता है कि इटारसी रेलवे स्टेशन की स्थापना के समय से कुलियों ने नजूल भूमि पर पीडब्ल्यूडी के द्वारा बनी हुई सड़क के समीप खेड़ापति दक्षिण मुखी श्री हनुमान जी महाराज की मढिय़ा और मंदिर की स्थापना की थी। प्रतिदिन सैकड़ों रेल कर्मचारी और हजारों यात्री श्री हनुमान जी महाराज को दंडवत प्रणाम कर अपनी काम और यात्रा का प्रारंभ करते इटारसी रेल स्टेशन का अमृत रेलवे स्टेशन के लिए चयन किया है किंतु हनुमान मंदिर स्टेशन के विकास में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं कर रहा है।
अत: मुख्यमंत्री से निवेदन है कि जनता की धार्मिक आस्था तथा भावनाओं का सम्मान करते हुए श्री दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर को संरक्षण करने का निर्देश जिला एवं स्थानीय प्रशासन को देने की कृपा करें। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद जिला प्रचार प्रसार प्रमुख अनूप तिवारी, मातृशक्ति जिला संयोजिका तरुणा सोनी, नगर कार्यध्यक्ष महेश बलेचानी, उपाध्यक्ष संतोष शर्मा, नगर मंत्री यश शर्मा, बजरंग दल नगर संयोजक संदीप यदुवंशी, सह संयोजक अंकित राठौर, संदीप चौरे, आकाश सहित संगठन के मुख्य पदाधिकारी उपस्थित थे।