जिला प्रशासन ने गुनौरा में बनाया एक और खरीद केन्द्र
नर्मदापुरम। आखिरकार प्रशासन को ग्राम गुनौरा के किसानों के आगे झुकना पड़ा और ग्राम से हटाया गया उपार्जन केन्द्र वापस गांव में बनाना पड़ा। गांव के किसानों ने उपार्जन केन्द्र नहीं बनाने पर उच्च स्तर पर जाकर मंत्री से मुलाकात करने और आत्महत्या करने की चेतावनी जनसुनवाई में जाकर दी थी। इसके बाद अंतत: प्रशासन को गांव में ही उपार्जन केन्द्र बनाना पड़ा। अब गांव के किसानों को करीब पंद्रह किलोमीटर दूर अपनी उपज बेचने नहीं जाना पड़ेगा।
विधानसभा चुनावों में करीब छह-सात माह का वक्त शेष है, ऐसे में सरकार किसानों को नाराज नहीं करना चाहती। चुनावी वर्ष होने से भी ग्राम गुनौरा के किसानों की गांव में ही समर्थन मूल्य पर खरीदी करने केंद्र बनाने की मांग पूरी हो गई। किसानों को अब 15 किमी दूर बरंडुआ केंद्र पर गेहूं बेचने नहीं जाना पड़ेगा। वे गांव में ही बनाए केंद्र पर अपनी उपज बेच सकेंगे। किसानों की मांग को जिला प्रशासन ने पूरा कर दिया है। जिला खाद्य विभाग ने पोर्टल पर देर रात एक ओर केंद्र को जोड़ दिया, जिससे किसान अब गांव में ही अपना गेहूं बेच पाएंगे।
मामले में प्रवीण गौर ने कहा 12 साल से हमारे गांव में खरीदी केंद्र पर खरीदी हो रही थी। लेकिन इस साल गुनौरा में केंद्र न बनाकर करीब 15 किमी दूर बरंडुआ में नर्मदा वेयरहाउस पर केंद्र बनाया गया। जिसके बाद जनसुनवाई में जाकर गांव में ही खरीदी केंद्र खोलने की मांग की। एसडीएम आशीष पांडेय ने बताया कि गुनौरा समिति के दूसरे केंद्र बनाने के लिए उपायुक्त सहकारिता द्वारा सहमति प्रदान की गई। जिसके बाद सेवा सहकारी समिति का दूसरा उपार्जन केंद्र बनाया गया है।