विपिन जोशी समिति ने किया 30 से अधिक शिक्षकों का सम्मान

Post by: Rohit Nage

इटारसी। शिक्षक दिवस के अवसर पर विपिन जोशी स्मारक समिति द्वारा 37 वर्ष में राष्ट्रीय स्तर के शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन स्थानीय साईं कृष्णा रिसोर्ट में रविवार शाम किया गया। सम्मान समारोह में देश प्रदेश से आए हुए 31 चुनिंदा शिक्षकों का अपनी विलक्षण प्रतिभा के चलते सम्मान किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि पूर्व गृह उपमंत्री विजय दुबे काकू भाई, विशेष अतिथि इंटरनेशनल हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर, समिति के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रमेश के साहू, संस्थापक एवं संरक्षक प्रमोद पगारे, संतोष सरवरिया, संतोष अग्रवाल, चन्द्रप्रकाश अग्रवाल द्वारा दीप प्रज्वलन कर की गई।

समिति अध्यक्ष रमेश साहू, सचिव विनीत चौकसे, कोषाध्यक्ष नीलेश जैन द्वारा अतिथियों का पुष्पहार एवं पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के अगले चरण में उपस्थित सभी सम्मनित होने वाले शिक्षको का पद प्रक्षालन कार्यक्रम प्रारंभ किया। समिति अध्यक्ष रमेश साहू एवं सविता साहू ने सभी शिक्षको का पद प्रक्षालन किया, इस दौरान विप्र समुदाय के पंडित सुमितानंद शर्मा एवं पंडित पीयूष पांडेय द्वारा स्वस्तिवाचन किया गया। जिसके बाद स्वरमालिका म्यूजिक क्लास की सुश्री दिव्यकान्ता राजपूत के निर्देशन में समूह द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी गयी।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन देते हुए समिति अध्यक्ष रमेश के साहू ने कहा कि वर्तमान में शासकीय एवं गैरशासकीय शिक्षकों के अध्यापन कार्य मे अंतर देखा जाता है, मेरा मानना है कि एक शिक्षक को प्रत्येक विद्यार्थी को अपना सर्वोत्तम प्रदान करना चाहिए जिससे वह आगे चलकर देश दुनिया मे अपना, परिवार का ओर अपने गुरु का नाम रोशन कर सके। कार्यक्रम के विशेष अतिथि विवेक सागर ने उद्बोधन में सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए शिक्षको से कहा कि पढ़ाई के साथ साथ बच्चों को खेल कूद में भी समान अवसर प्रदान करें। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि Vijay dubey ने कहा कि वर्तमान समय मे जहां सरकार शिक्षको की चिंता नहीं करती वहीं विपिन जोशी स्मारक समिति लगातार 37वे वर्ष में आयोजन करके जीवन में शिक्षको के महत्त्व को बड़ा रहे है। श्री दुबे ने सभी समिति सदस्यों को बधाई दी। कार्यक्रम का सर्वश्रेष्ठ सम्मान ओलंपियन विवेक सागर के पिता रोहित प्रसाद को दिया गया। इसके साथ ही विवेक सागर को भी समिति द्वारा विशेष सम्मान देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अपना उद्बोधन देते हुए समिति के संस्थापक एवं संरक्षक प्रमोद पगारे ने कहा कि 1985 से प्रारंभ हुआ शिक्षक सम्मान समारोह आज राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान समारोह के रूप में मनाया जा रहा है और इस आयोजन की देश-विदेश में ख्याति है उन्होंने कहा कि इसका पूरा श्रेय समिति के अध्यक्ष श्री रमेश के साहू को जाता है। पगारे ने कहा कि कोरोना के कारण पिछले वर्ष प्रतीक स्वरूप आयोजन किया गया था, जिसमें सरस्वती पुत्र ट्रैफिक वर्चुअल प्रदान की गई थी। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है, इस वर्ष में सैकड़ों की संख्या में आवेदन आए और जिन का चयन हुआ वेब पूर्णतया योग्य है परंतु जिनका चयन नहीं हो सका उनकी प्रविष्टियां आगामी 2 वर्षों तक सुरक्षित रखी जाती है और उनसे कम पात्र होने पर उन्हें सम्मान में शामिल किया जाता है। कार्यक्रम में विभिन्न शहरों से आये 30 शिक्षको का क्रमवार सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन अनिल झा एवं विधि पचौरी ने किया। कार्यक्रम में मंजुराज ठाकुर, सुरभि नामदेव, विकास दुबे एवं सत्यम अग्रवाल का विशेष सहयोग रहा।

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