इटारसी। मध्य प्रदेश मानसून का प्रवेश हो चुका है और दक्षिण पश्चिम मानसून संपूर्ण मध्य प्रदेश में पहुंच चुका है। मानसून की उतरी सीमा वेरावल, बल्लभ विद्यानगर, उदयपुर, नारनौल, अंबाला, कटरा, होकर गुजरती है। मौसम विभाग ने 27 जून को नर्मदापुरम संभाग के तीनों जिले नर्मदापुरम, हरदा और बैतूल में भारी से भारी वर्षा होने की चेतावनी जारी की है। समाचार लिखे जाने तक मौसम विभाग ने जबलपुर में भारी वर्षा शुरु होने की जानकारी दी है।
दक्षिण पश्चिम मानसून की गतिविधियों के कारण गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की घटनाओं में वृद्धि हो सकती है। अगले 24 घंटे में मौसम विभाग ने सागर, नर्मदा पुरम, शहडोल, रीवा, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में वर्षा या गरज चमक के पास बौछारें पडऩे की संभावना जतायी है। छिंदवाड़ा और सिवनी जिलों में भारी वर्षा (115.6 मिमी से 204.4 मिमी) होने का रेड अलर्ट जारी किया है।
बालाघाट, डिंडोरी, अनूपपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया व सिवनी जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा (64.5 मिमी से 115.6 मिमी) होने का यलो अलर्ट जारी किया है। पिछले चौबीस घंटों में रीवा, इंदौर व उज्जैन संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, भोपाल, चंबल व शहडोल संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, ग्वालियर व सागर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की जबकि नर्मदापुरम संभाग के जिलों में मौसम शुष्क रहा। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री सेल्सियस सतना में दर्ज किया गया।