नर्मदापुरम। मां नर्मदा (Maa Narmada) का प्रकटोत्सव 16 जनवरी को मनाया जाएगा। मां नर्मदा के सेठानी घाट (Sethani Ghat) पर यह उत्सव पुरातन काल से मनाया जा रहा है। माघ शुक्ल सप्तमी को नर्मदा के तटों पर दीपदान करने के लिए होड़ रहती है। प्रकटोत्सव के दिन नर्मदा की जलधारा में श्रद्धालु दीपदान करते हैं, असंख्य दीपों से नर्मदा के हर घाट चमक उठते हैं। इस बार नर्मदा जयंती (Narmada Jayanti) 16 जनवरी को मनाई जाएगी, जिसकी तैयारी जारी है।
कार्यक्रम के लिए जलधारा में जलमंच बनाया जा रहा है। कहीं कहीं अनुष्ठान जारी मां नर्मदा का प्रकटोत्सव माघ शुक्ल पक्ष की सप्तमी को मनाया जाएगा। इस बार 16 फरवरी को नर्मदा जयंती पड़ रही है। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन मां नर्मदा का धरती पर अवतरण हुआ था। प्राकट्योत्सव को लेकर जिलेभर में तैयारियां जारी हैं। इस दौरान मां नर्मदा की महाआरती, चुनरी अर्पण,भंडारा सहित भक्ति संख्या और विभिन्न कार्यक्रम होगे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) रहेंगे।
मंच बड़ा रहेगा प्रतिवर्ष की तुलना में जेटी मंच (JT Manch) से इस वर्ष बड़ा रहेगा। जेटी यह नई जेटी से बनकर तैयार होगा। जेटी मंच बनने का काम आज से शुरू होगा। जिसके लिए नई जेटी सेठानी घाट पहुंच चुकी है। इस बार जेटी मंच पिछले वर्ष की तुलना 30 बाई 40 वर्गफिट का बनाया जा रहा है, जिसका प्रवेश द्वार 30 फिट का रहेगा। नपा इंजीनियर प्रतिमा वेलिया (Pratima Veliya) ने बताया कि इस वर्ष जेटी मंच 30 बाई 40 वर्गफिट का बन रहा है जो पिछले वर्ष से बड़ा है। इको फ्रेन्डली (Eco Friendly) दीपक नर्मदा जयंती पर मां नर्मदा का सेठानी घाट दुल्हन की तरह सजेगा। इस बार पंडित भवानी शंकर शर्मा (Pandit Bhavani Shankar Sharma) के यहां 10 हजार ईकों फ्रेन्डली दीपक बनाए जा रहे हैं जिनसे नर्मदा जयंती पर दीपदान किया जाएगा। वहीं कई संगठन भी नर्मदा जयंती पर दीपदान करने के लिए दीपक तैयार कर रहे हैं।