होशंगाबाद। शासकीय गृह विज्ञान महाविद्यालय (Government Home Science College) में प्राचार्य डॉ. कामिनी जैन (Principal Dr. Kamini Jain) के मार्गदर्शन में उद्योग और शिक्षा विषय पर एक वेबीनार का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. कामनी जैन ने बताया कि वर्तमान शिक्षण-व्यवस्था औद्योगिक में उपलब्ध रोजगार के अनुसार प्रासंगिक नही है। हमें पाठ्यक्रम तैयार करते समय उद्योग से जुडे लोगों से सलाह ली जानी चाहिए। तभी हम अपने विद्यार्थियों को उद्योग में रोजगार के लिए तैयार कर पाएंगे। वेबीनार में डॉ. मनीष चौधरी ने अपने उद्बोधन में प्रायोगिक कार्यों को पाठ्यक्रम में अधिक से अधिक शामिल करने पर जोर दिया। छात्रा चंचल शर्मा (एमएससी केमिस्ट्री) ने औद्योगिक
प्रदूषण पर पीपीटी द्वारा अपने विचार प्रस्तुत किए एवं भोपाल गैस त्रासदी का उदाहरण दिया छात्रा आशी तिवारी (बीएससी तृतीय वर्ष ) ने पर्यावरण प्रदूषण पर अपने विचार व्यक्त किए। बेवीनार के समापन पर बेवीनार के समन्वयक डॉ. अरुण सिकरवार ने बताया कि विश्वविद्यालय एवं राज्य सरकार पाठ्यक्रम बनाने वाली समितियों में औद्योगिक व्यक्ति और 45 वर्ष से कम उम्र के शिक्षकों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व देती है। उन्होंने ऐकेडमिया शब्द को समझाते हुए बताया कि एकेडमिया छात्र, समुदाय, शिक्षक, शोधार्थी का सम्मिलित रूप है। वेबीनार में 100 से अधिक छात्राएं एवं डाॅ. श्रीकान्त दुबे, डाॅ. रश्मि
श्रीवास्तव, डाॅ. किरण पगारे उपस्थित रहे। शैलेन्द्र तिवारी, मनोज सिसोदिया, प्रीति ठाकुर ने तकनीकि सहयोग प्रदान किया।