इटारसी। वन्य प्राणियों (Wild Animals) को भी जीने का अधिकार है, वे आबादी वाले क्षेत्र में नहीं आते, वनों में ही अपने लिये भोजन पानी पाकर जीवन जीते हैं। लेकिन, बढ़ती जरूरतों के बीच इनसान ही वनों की ओर जा रहा है। जब वन्य प्राणियों के घर हम जा रहे हैं तो उनकी जान को खतरा भी बढ़ रहा है। जंगलों से गुजरने वाली रेल लाइनें (Railway Lines), रोड (Road) आदि के कारण कई बार वन्य प्राणी दुर्घटना का शिकार होकर अपने प्राण गंवा देते हैं। पश्चिम मध्य रेलवे (West Central Railway) ने वन्य प्राणियों को रेल लाइन के खतरों से बचाने के लिए कई बेहतर कदम उठाये हैं।
घने जंगलों और अभयारण्य (Sanctuary) के बीच से निकली रेल लाइनों पर जंगली जानवरों को कोई खतरा न हो, इसके लिए पश्चिम मध्य रेलवे में खास काम किया जा रहा है। जंगल से गुजरने वाली नयी रेल लाइनों को इस तरह से बनाया जा रहा है कि जंगली जानवर इन पर न आने पायें। उनके रेलवे लाइन क्रास (Cross) करने के लिए अंडर पास (Under Pass) बनाये जा रहे हैं। बरखेड़ा-बुदनी (Barkheda-Budni) के मध्य रेल खंड पर तीसरी रेल लाइन पर जंगली जानवरों के संरक्षण के लिए अनेक अंडर पास बनाये गये हैं।
पश्चिम मध्य रेल मंडल भोपाल (West Central Railway Division Bhopal,) के पीआरओ (PRO) सूबेदार सिंह के अनुसार बरखेड़ा-बुदनी रेल खण्ड में रेलवे लाइन पर जंगली जानवरों के संरक्षण हेतु कार्य किये जा रहे हैं।
ऐसे की जा रही है व्यवस्था
पश्चिम मध्य रेल, भोपाल मण्डल के बरखेड़ा-बुदनी के बीच नई तीसरी रेलवे लाइन के निर्माण के दौरान जंगली जानवरों को रेलवे ट्रैक (Railway Track) पर फंसने से बचाने के लिए निर्धारित शर्तों के अनुसार किये जा रहे कार्यों के तहत 6 चैक डैम (Check Dam) का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। विभाग की आवश्यकता के अनुसार 22 अंडरपास सब स्ट्रक्चर (Sub Structure) का काम पूरा किया गया।
चेन लिंक फैंसिंग (chain link fencing,) का कार्य
एनिमल ओवरपास (Animal Overpass) के निर्माण कार्य पूर्ण होने पर ट्रैक के दोनों ओर चेन लिंक फेंसिंग का कार्य पूरा किया जायेगा। एनिमल ओवरपास के निर्माण के लिए सभी 4 ड्रॉइंग (Drawing) की स्वीकृति मिल गई है। एजेंसी द्वारा वन क्षेत्र के अंदर एप्रोच रोड (Approach Road) पर काम कर रही है, ओवरपास का निर्मम कार्य जल्द शुरू होगा।
वन अधिकारियों के साथ स्थान चिह्नित
वन विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त निरीक्षण में जंगली जानवरों द्वारा सड़क पार करने के लिए चिन्हित स्थानों पर नए रेलवे ट्रैक के दोनों किनारों पर मिट्टी का काम प्रगति पर है और दिसंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस तरह से नयी रेल लाइनों पर वन्य प्राणियों की जान को कोई खतरा न हो, इसके लिए पश्चिम मध्य रेलवे के ये प्रयास बेहतर साबित होंगे ऐसी उम्मीद की जा रही है।