बनखेड़ी। नरवाई (Narwai) जलाने से रोकने के लिए कलेक्टर धनंजय सिंह के निर्देशानुसार जिले में किसानों को प्रेरित करने सतत प्रयास किये जा रहे हैं। इसी क्रम में गत दिन विकासखंड बनखेड़ी अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र गोविंद नगर में अनुविभाग स्तरीय कार्यशाला का आयोजन कर किसानों को नरवाई न जलाने हेतु प्रेरित किया गया। कार्यशाला में किसानो को नरवाई प्रबंधन में उपयोगी कृषि यंत्रो जैसे सुपर सीडर बेलर, रोटावेटर आदि कृषि यंत्रो का उपयोग कर नरवाई को खेत में मिलाकर बुआई करने एवं नरवाई न जलाने हेतु सलाह दी गई। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद पूसा नई दिल्ली द्वारा विकसित किया गया पूसा डी कम्पोजर के माध्यम से नरवाई को डी कम्पोजर करने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यशाला में किसानों को नरवाई जलाने से होने वाले नुकसान एवं नरवाई न जलाने से होने वाले फायदे के बारे में विस्तार से कृषि वैज्ञानिको द्वारा सलाह दी गई। कार्यशाला में एसडीएम पिपरिया ने कृषि अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे ग्राम स्तर पर समितियों का गठन कर कार्यशालाओं का सतत आयोजन कराए और किसानो को जागरूक करे उन्हें नरवाई जलाने से पर्यावरण को होने वाली हानि की जानकारी दे और प्रेरित करे कि वे नरवाई न जलाए बल्कि उसका उचित प्रबंधन करे। उन्होंने कहा कि फसल कटाई का काम शुरू हो गया है अत: पंचायत स्तर पर पानी के टेंकर तैयार रखे साथ ही किसान भाईयों से भी कहा कि वे अपने स्प्रे पंप भी तैयार रखे। कार्यशाला में किसानो ने नरवाई न जलाने की शपथ ली साथ ही आश्वस्त किया कि वे अन्य किसानभाईयों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।