विश्व कप फुटबाल : दोनों एशियाई देशों की आज अग्नि परीक्षा
अखिल दुबे, इटारसी
आज के प्री-क्वार्टर मैच में एशियाई देशों के प्रेरणा पुंज जापान को पिछले विश्व कप के उपविजेता क्रोएशिया से भिडऩा है, तो दूसरी तरफ दिग्गज अटेकिंग मिडफील्डर शॉन की साउथ कोरिया को लेटिन अमरीकी फुटबाल की महाशक्ति ब्राजील से दो-दो हाथ करना है।
नेमार, मोड्रिच या अन्य बड़े नाम केवल तभी तक प्रभावी है, जब तक हमारी मन:स्थिति इसकी अनुमति देती है। लेकिन जब दोनों टीमों की एकाग्रता, समर्पण और द्रणिक्षा शक्ति सिर चढ़ के बोलेगी, तब हमारे सामने कोई बड़ा नाम नहीं, कोई बड़ी टीम नहीं, किसी भी टीम का कोई गौरवशाली अतीत का स्मरण नहीं, बस इसी सोच को केंद्र में रखकर कोरिया और जापान इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ी हैं।
ग्रुप मैच में कोरिया ने पुर्तगाल को और जापान ने स्पेन और जर्मनी को पराजित किया है, तीनों देश समृद्ध यूरोप के फुटबॉल के महानायकों से सजी संवरी टीम थी, लेकिन लगातार लडऩे, किसी भी कीमत पर हार न मानने, एकजुट रहने की सोच के आगे बड़े देश, बड़े नाम, बड़ा प्रोपेगेंडा, बड़ी बातें और दावे सब जमीन पर औंधे मुंह नजर आए। हम सभी ऐसी उम्मीद करें कि दोनों एशियाई देश आज फिर उसी मोमेंटम में, रिदम में, फॉर्म में दिखेंगे।
लेखक खेल समीक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं