जिसके गले में रुद्राक्ष और शरीर पर भस्म हो उसे यमदूत छू भी नहीं सकते  

जिसके गले में रुद्राक्ष और शरीर पर भस्म हो उसे यमदूत छू भी नहीं सकते  

दूसरे दिन की कथा में बोले कथाव्यास पंडित अनिल मिश्रा

इटारसी। जिस व्यक्ति के गले मे रुद्राक्ष की माला हो, शरीर पर भष्म लगी हो और मुंह से वह सुबह शाम ओम नम: शिवाय का जाप करता हो, उसे यमदूत छू भी नहीं सकते। महाकाल रक्षक बनकर हमेशा उसके साथ रहते हैं और हर विपत्ति, समस्या और काल से रक्षा करते हैं।

उक्त उद्गार वृंदावन गार्डन न्यास कॉलोनी (Vrindavan Garden Trust Colony) में आयोजित संगीतमय श्री शिवमहापुराण के दूसरे दिन की कथा में कथाव्यास पंडित अनिल मिश्रा ने व्यक्त किए।

पं अनिल मिश्रा ने कहा कि सत्संग भगवान की सबसे सरल और श्रेष्ठ भक्ति है। मनुष्य को समय निकालकर प्रतिदिन सत्संग करना चाहिए। पं मिश्रा ने शिवमहापुराण की कथा को विस्तार देते हुए बिल्वपत्र की महिमा, रुद्राक्ष की महिमा एवं उत्पत्ति की कथा, भस्म के प्रकार भस्म की महिमा का वर्णन सुनाया।

उन्होंने कहा कि पुराणों के अनुसार जो भी शिव की भक्ति में लीन होता है वह मृत्यु उपरांत शिवलोक को जाता है। पं मिश्रा ने नारद मोह की कथा का विस्तृत वर्णन सुनाया। उन्होंने कहा कि ब्रह्मा जी ने नारद जी को पूरी शिव कथा सुनाई ओर बताया कि भगवान शिव की कथा जीवन के सारे दुखों को नष्ट कर देती है और अंत में शिव धाम की प्राप्ति कराती है। द्वितीय दिवस की कथा में सती चरित्र वर्णन भी किया गया।

द्वितीय दिवस की कथा में आयोजक सेवन स्टार क्लब के जसवीर सिंह छाबड़ा, जगदीश मालवीय, शरद गुप्ता, अशोक खंडेलवाल, मनोज सोनी, अंशुल अग्रवाल एवं नितिन व्यास परिवार सहित उपस्थित रहे वहीं कथा श्रवण करने बड़ी संख्या में जनमानस भी उपस्थित रहे।

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