इटारसी। मानसून इन दिनों मध्यप्रदेश में मेहरबान है। पहाड़ों से मैदानों तक पानी ही पानी है। कहीं जलजला है तो कहीं रिमझिम। बादल धरती तक पानी की बूंदें पहुंचाकर गर्मी भर की प्यास बुझा रहे हैं। मानसून के इस सीजन में दिन-ब-दिन मौसम के कई रंग देखने को मिल रहे हैं। कभी फुहारों का मौसम है तो कभी रिमझिम। इसके अलावा कई बार मूसलाधार बारिश भी कफ्र्यू लगा देती है। यह दौर अभी थमने वाला नहीं है। अगले चौबीस घंटे में प्रदेश के कई जिलों में अत्यधिक भारी तो कहीं बहुत भारी और कहीं भारी वर्षा की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है। हालांकि इन जिलों में अगले पांच दिन यानी 7 अगस्त तक कभी हल्की तो कभी तेज वर्षा का दौर चलेगा।
राजधानी भोपाल में हैवी रैन का यलो अलर्ट है तो पड़ोसी जिले सीहोर, रायसेन, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकलॉ, सिंगरौली, अनूपपुर, डिंडोरी, कटनी, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ में अत्यधिक भारी वर्षा का रेड अलर्ट है। सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, गुना, सीधी, रीवा, सतना, शहडोल, उमरिया, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, निवाड़ी मैहर में बहुत भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट है।
यलो अलर्ट के भारी वर्षा वाले जिलों में हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर मालवा, मंदसौर, ग्वालियर, दतिया, मुरैना, भिंड, मऊगंज, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और पांढुर्ना जिले शामिल हैं।