इटारसी। यदि आप पर नगर पालिका (Nagarpalika) का किसी भी प्रकार का बड़ा टैक्स (Tax) बकाया है तो जल्दी करें, क्योंकि अब टैक्स नहीं चुकाना आपको भारी पड़ सकता है। अब नगरपालिका के आरआई या एआरआई आपसे अनुरोध नहीं करेंगे बल्कि अब नगर पालिका सीधे कानूनी कार्रवाई का मन बना रही है। आज मुख्य नगर पालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले (Chief Municipal Officer Hemeshwari Patel) ने राजस्व विभाग की बैठक में इसके संकेत दिये हैं। उन्होंने सभी एआरआई से अपने वार्डों में बकायादारों की सूची बनाकर देने को कहा है, ताकि उनको कोर्ट के माध्यम से नोटिस भेजे जा सकें।
नगर पालिका का शहर में संपत्तिकर, जलकर, मकान-दुकान किराया के करोड़ों रुपए बकाया हैं और लोक अदालत के माध्यम से भी लोग छूट मिलने के बावजूद बकाया चुकाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में बड़े कर दाताओं को कोर्ट में ले जाने का मन नगर पालिका बना रही है। यह भी संकेत दिये हैं कि कोई रसूखदार किसी नेता या अन्य से कॉल कराता है तो जिसका फोन आएगा उनसे ही टैक्स जमा करने को कहा जाएगा। सीएमओ ने नगर पालिका कार्यालय में आज सभी एआरओ की बैठक ली है।
पिछड़ गई है राजस्व वसूली
दरअसल, कोरोनाकाल के कारण राजस्व वसूली का काम पिछड़ रहा है। ज्यादातर समय कोरोना के दौरान लोगों की मदद करने, कंटेन्मेंट जोन में व्यवस्था बनाने, सफाई और अन्य कामों में गुजर गया। इसके बाद टीकाकरण में भी नगर पालिका का व्यवस्था बनाने में अहम रोल है। टीकाकरण केन्द्रों पर टीकाकरण को छोड़कर शेष सारी व्यवस्थाएं नगर पालिका को ही करनी होती है, ऐसे में राजस्व वसूली पर उतना फोकस नहीं हो सका था, अब चूंकि टीकाकरण का काम काफी हो गया है, ऐसे में नगर पालिका अब राजस्व वसूली पर ध्यान केन्द्रित करेगी ताकि नपा को आर्थिक परेशानियों के दौर से निकाला जा सके।
ये दिये हैं बैठक में निर्देश
मुख्य नगर पालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले ने आज राजस्व विभाग की बैठक में सभी सहायक राजस्व निरीक्षकों सहित संपूर्ण राजस्व अमले को निर्देश दिये हैं कि वे वसूली में सख्ती दिखायें। जिन पर भी राजस्व की बड़ी राशि बकाया है, उनको सूचीबद्ध करें और उनको कर चुकाने के लिए लिए कहें। यदि ऐसे लोग नहीं मानते हैं तो अब उनको कोर्ट के माध्यम से नोटिस भेजे जाएंगे। सीएमओ का कहना है कि लोक अदालत के माध्यम से वसूली तो होती है, लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो लोक अदालत में भी राशि जमा करने नहीं पहुंचे रहे हैं। ऐसे लोगों को अब सीधे कोर्ट के माध्यम से नोटिस देकर वसूली की जाएगी।
सिफारिश करने वाले से ही वसूली
नगर पालिका वसूली पर जोर दे रही है और बकायादारों के यहां अब पहले नगर पालिका नोटिस भेज सकती है। यदि नोटिस पर भी बकायादार ध्यान नहीं देंगे तो फिर ऐसे लोगों को कोर्ट ले जाएंगे। पिछले अनुभवों में यह रहा है कि लोग कहीं ने कहीं से स्वयं के बचाव के लिए सिफारिश लेकर आ जाते हैं। इस बार नगर पालिका के अधिकारियों ने ठान लिया है कि जो लोग सिफारिश करेंगे, उनसे ही कर जमा करने या फिर ऐसे लोगों से वसूली कराने के लिए कहा जाएगा। सीएमओ श्रीमती पटले का कहना है कि राजस्व बहुत जरूरी है, यदि लोग बकाया जमा करने में रुचि नहीं दिखाएंगे तो हम शहर में व्यवस्थाएं कहां से करेंगे?
इनका कहना है….
आज राजस्व विभाग की बैठक ली है। कोरोनाकाल में राजस्व वसूल का काम काफी पिछड़ गया था, अब इसमें तेजी लाने के लिए राजस्व अमले को निर्देश दिये हैं। जो बड़े बकायादार हैं, वे यदि नोटिस के बाद भी जमा नहीं करते हैं तो उनको सीधे कोर्ट के माध्यम से नोटिस भेजकर वसूली करायी जाएगी।
हेमेश्वरी पटले (CMO, Hemeshwari Patel)