कहीं कोविड नगर न बन जाये आपका शहर

– मास्कनगर बना कर बचा सकते हैं आप अपने शहर को
– ओमिक्रॉन से सामना, 24 महीनों में भी नहीं सीखे मास्क लगाना
इटारसी। विश्व स्वास्थ्य संगठन की जानकारी के अनुसार पूरे विश्व में 9 अरब से अधिक वैक्सीन (Vaccine) की डोज लगाये जाने के बाद भी 29 करोड़ से अधिक केस तथा 54 लाख से अधिक मृत्यु की रिपोर्ट कोविड (Kovid,) के विभिन्न वेरियंट ( Variant) की गंभीरता को बताने के लिये काफी है।
वर्तमान में इस खतरनाक वायरस (Virus) से रक्षक के रूप में मास्क ही प्रभावी सिद्ध हुआ है। यह बात एक्सीलेंस केसला (Excellence Kesla) के विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर ( Rajesh Parashar) ने साईं फाच्र्यून सिटी (Sai Fortune city) में मास्क (Mask) जागरूकता कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम का आयोजन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह (Collector Neeraj Kumar Singh) एवं जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम (CEO Manoj Sariam) केे मार्गदर्शन में किया गया।
श्री पाराशर ने कहा कि वैक्सीन शरीर को गंभीर स्थिति में जाने से रोकने में उपयोगी दिख रही है। पुराने वेरियेंट के लिये वैक्सीन प्रभावी है, लेकिन आने वाले नये वेरियेंट के लिये वैक्सीन कितनी प्रभावी होगी इसकी सटीक रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है। लेकिन मास्क का उचित प्रयोग सूक्ष्म जीव के बड़े प्रतिशत को शरीर के अंदर प्रवेश को रोकता है यह सिद्ध बात है।
उन्होंने संदेश दिया कि मास्क का प्रयोग के लिये प्रशासन की कठोरता का इंतजार मत कीजिये। ओमिक्रॉन (Omicron)जंगल की आग की तरह फैल रहा है। जैसे-जैसे किसी नगर, वार्ड, मोहल्ले में इनके संक्रमितों की संख्या बढ़ती जायेगी आपके लिये खतरा बढ़ता जायेगा। हर व्यक्ति का तत्काल से आरंभ किया योगदान ही शहर को कोविडनगर बनने से बचा पायेगा। प्रदर्शनी में चलित मॉडल का संयोजन एमएस नरवरिया (MS Narvariya) ने किया। कैलाश पटैल (Kailash Patel) ने सहयोग किया।
क्या बताया प्रयोग में
विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर ने प्रदर्शित वर्किंग मॉडल (Working Model) में दो नगर बनायेे। पहला मास्क की दीवार से घिरा मास्क नगर और दूसरा लापरवाही बरत रहे लोगों का कोविडनगर। ओमिक्रॉन का 18 इंच का मॉडल कोविडनगर से संक्रमण फैलाता हुआ आगे चलता है। लेकिन मास्क की पतली सी दीवार ही उसे रोक देती है। वह मास्कनगर पर हमला नहीं कर पाता है और वापस चला जाता है।