तवा बांध के दाहिने तरफ बने 15 गुणा 30 फुट के टैंक में गिरा था तेंदुआ
इटारसी. तवा डेम के दाहिने तरफ एक छोटी सी पहाड़ी पर बने मौसम विज्ञान केन्द्र के पास एक सूखे टैंक में शुक्रवार को सुबह एक तेंदुआ गिर गया. काफी प्रयास के बाद जब तेंदुआ बाहर नहीं निकला तो उसने दहाड़ लगाई. घटना सुबह-सुबह की बतायी जा रही है. बताया जाता है कि करीब एक घंटे की कवायद के बाद तेंदुआ लंबी छलांग लगाने में कामयाब हो सका और टंकी से निकलकर जंगल में भाग निकला.
सुबह जब तवानगर निवासी एक व्यक्ति जंगल में लकड़ी बीनने जा रहा था तो उसने यह आवाज़ सुनी और मौसम विज्ञान केन्द्र में कार्यरत घासीराम अहिरवार को सूचना दी. इसी दौरान तवानगर के लोगों को भी सूचना मिली तो अनेक लोग मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी जिस पर डिप्टी रेंजर सुरेश जाटव अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को टंकी से दूर किया. उन्होंने अपने आला अधिकारियों को इसकी सूचना दी. तेंदुए ने पंद्रह फुट ऊंचे और करीब तीस फुट चौड़े टैंक से निकलने के पुरजोर प्रयास किया लेकिन लगभग एक घंटे तक वह ऊंची छलांग लगाने में कामयाब नहीं हो सका. टैंक में नीचे तेंदुआ निकलने के लिए प्रयास कर रहा था और लोग ऊपर तमाशबीन बने खड़े थे. दोपहर में करीब डेढ़ बजे तेंदुआ को सफलता मिली. पहले पांच फुट पीछे आया तेंदुआ और छलांग लगाकर बाहर निकला और जंगल में भाग निकला. माना जा रहा है कि तेंदुआ शिकार के पीछे भागते वक्त अंधेरे में बने टैंक में गिरा होगा. बताया जाता है कि सुबह करीब पांच-छह बजे वन विभाग के चौकीदार ने देखा था. सुबह सतपुड़ा टायगर रिजर्व की टीम को सूचना मिलने पर टीम होशंगाबाद से रवाना तो हुई लेकिन टीम के पहुंचने के पूर्व ही तेंदुआ छलांग लगाकर भाग निकला.
पहाड़ी पर है सूखा टैंक
जिस वक्त तवा परियोजना का काम चल रहा था, तब डेम के दाहिने तरफ पानी के लिए टैंक बनाया गया होगा, ऐसा स्थानीय लोगों का मानना है. यह टैंक एक छोटी पहाड़ी के पास बना है तथा पहाड़ी से उतरते वक्त जंगली जानवर इसमें गिर जाते हैं. करीब पांच-छह वर्ष पूर्व भी एक तेंदुआ गाय का शिकार करते वक्त शाम को इसी टैंक में गिरा था. उस वक्त भी गिरे तेंदुए ने स्वयं प्रयास कर खुद को टैंक से बाहर निकाला था.
जब डिप्टी रेंजर के पास आकर गिरा तेंदुआ
प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि तेंदुआ टैंक के भीतर से छलांग लगाकर बाहर आने का प्रयास कर रहा था उस वक्त डिप्टी रेंजर सुरेश जाटव और उनकी टीम समीप ही खड़े लोगों को वहां से दूर हटाने के प्रयास में जुटी थी. इसी दौरान श्री जाटव के मोबाइल पर कोई फोन आया और वे बात करने में व्यस्त हो गए. वे अभी बात ही कर रहे थे कि तेंदुए ने लंबी छलांग लगा दी और ठीक उनके पास आकर गिरा तो वे भी अचानक हुई घटना से चौंक गए. हालांकि तेंदुए ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया और गिरते ही उठकर जंगल में भाग निकला.
इनका कहना है…
राइड डेम क्षेत्र में एक तेंदुआ सूखे टैंक में गिर गया था. सूचना पर हम पहुंचे थे. करीब एक घंटे तक लगातार प्रयास के बाद दोपहर में तेंदुआ स्वयं निकल गया. हालांकि एसटीआर की टीम को सूचना भेज दी थी, लेकिन उनके आने के पूर्व ही वह निकल गया.
सुरेश जाटव, डिप्टी रेंजर तवानगर
हमें सूचना मिली थी कि एक तेंदुआ सूखे टैंक में गिरा है. एसटीआर की टीम को भी सूचना दे दी गई थी. लेकिन टीम के पहुंचने के पूर्व ही वह निकलकर जंगल में भाग गया. पहले भी इस टैंक में किसी जानवर के गिरने की जानकारी है.
एसके मिश्रा, रेंजर बागरा रेंज
इस तरह लंबी छलांग लगाकर पंद्रह फुट के टैंक से बाहर निकला तेंदुआ
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