इटारसी। शहर कितना स्वच्छ है, यहां के नागरिक स्वच्छता के प्रति कितने जागरुक हैं, प्रशासन सफाई को लेकर क्या प्रयास करता है, लोग स्वच्छता सर्वेक्षण को कितना जानते हैं? ऐसे ही कई प्रश्नों के उत्तर लेकर केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय की टीम बुधवार को दोपहर इटारसी से रवाना हो गयी। टीम ने मंगलवार को लगातार दस घंटे शहर की स्वच्छता की परीक्षा ली। इस दौरान करीब ढाई सौ लोगों से फीडबैक लिये, शौचालय, मूत्रालय, मुख्य सड़कें देखीं तो जिलवानी जाकर वहां किये जा रहे कार्यों पर भी नजरें दौड़ायी। टीम ने दोपहर 1 से रात 11 बजे तक सारी कवायद की और रात्रि विश्राम के बाद बुधवार को ट्रेन से मुंबई के लिए रवानगी डाल ली।
शहर की स्वच्छता परीक्षा हो गयी है, अब परिणाम को इंतजार है। इटारसी शहर स्वच्छ सर्वेक्षण के अंतर्गत थ्री स्टार रेटिंग की परीक्षा में शामिल हुआ है। पांच सदस्यीय टीम के सदस्य मोहम्मद रफीक, आरिफ, सलीम खान, तौशीफ और सैयद ने सारे दावों की जमीनी हकीकत जांच ली है। अब इंतजार है इस बात का है कि देश के 4370 शहरों के बीच होने वाली इस प्रतियोगिता में शहर थ्री स्टार रेटिंग के दावे पर कितना फिट बैठता है।
दोपहर 1 से रात 11 तक लगातार
गौरतलब है कि देशभर में इस सर्वे में 4370 शहर शामिल हैं। टीम ने मंगलवार को दस घंटे लगातार जो भी सर्वे किया है। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय से अधिकृत पांच सदस्यीय युवाओं की टीम मंगलवार को सुबह 11 बजे इटारसी पहुंची। दोपहर में लंच के बाद 1 बजे से उन्होंने सर्वे प्रारंभ किया। इस दौरान बाजार के अलावा नागरिकों से फीड बैक लिये गये। नगर पालिका ने थ्री स्टार रेटिंग के जो दावे प्रस्तुत किये थे, उनमें शहर फिट बैठ रहा है कि या नहीं, इसे जांचने के लिए नपा द्वारा किये गये प्रयासों को देखा, उनके फोटोग्राफ्स और वीडियोग्राफी करके ले गये हैं।
दो जोन में शहर को बांटा था
पांच सदस्यीय टीम ने शहर को उत्तर और दक्षिण जोन में बांट लिया और पांच सदस्यों ने वार्ड को भी आपस में बांटकर शहर में अलग-अलग जाकर सर्वे प्रारंभ किया। टीम ने सराफा बाजार, कपड़ा बाजार, किराना बाजार जैसे अनेक बाजार में जाकर वहां के फोटोग्राफ्स लिये। दुकानदारों से बात करके वीडियो बनाये और उनकी आइडी के साथ फीडबैक लिया। दुकानदारों से पूछा कि उनको पता है कि शहर स्वच्छ सर्वेक्षण में शामिल है, क्या नियमित सफाई होती है, कचरा गाड़ी आती है, पहले से अब में सफाई व्यवस्था बेहतर है या बदतर हुई है? ऐसे कई सवाल किये थे।
शौचालयों का निरीक्षण किया
टीम ने शहर में सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों का निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने पुरानी इटारसी और नई गरीबी लाइन में फलाह स्कूल के पास बने सामुदायिक शौचालय और बस स्टैंड, सब्जी मंडी, तहसील परिसर, चिकमंगूलर चौराह पर बने सार्वजनिक शौचालय में का निरीक्षण किया। इसके साथ ही शहर में बनाये यूरिनल को भी देखा और वहां की सफाई और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इस दौरान सार्वजनिक शौचालय और यूरिनल का उपयोग करने आये लोगों से भी सफाई और अन्य व्यवस्थाओं संबंधी फीडबैक लेकर कई सवाल भी किये।
जिलवानी, पार्क में पिट देखे
सर्वेक्षण दल के सदस्यों ने जिलवानी जाकर कचरे से खाद बनाने के लिए बनाये पिट देखे। एफएसटीपी को चेक किया। यहां गीले कचरे से खाद बनाने का काम देखा। इसके अलावा टीम ने शहर के पार्कों में बनाये गये पिट भी देखे जहां कचरे से खाद बनाने का काम चल रहा है। उन्होंने इनके साथ अपने फोटोग्राफ्स लिये और वीडियो भी बनाये। इसके साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए जो जागरुकता बैनर लगाये गये हैं, उनको भी देखा तथा उनके भी फोटोग्राफ्स लिये। टीम ने बाजार के अलावा पार्क में पहुंचकर वहां आए नागरिकों से स्वच्छता संबंधी फीडबैक भी लिये।