इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति स्नातकोत्तर महाविद्यालय इटारसी के एनसीसी विभाग एवं भूगोल विभाग के तत्वावधान में ‘विश्व जल दिवस’ पर जल जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें किंगन वाटर प्यूरीफायर से रामू कुशवाहा ने जल के महत्व जल की उपयोगिता और जल संरक्षण पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता द्वारा इस वर्ष की थीम ‘ग्लेशियर संरक्षण” पर चर्चा करते हुए कहा कि ग्लेशियरों का संरक्षण हम सभी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमें हिमनदों के पिघलने की गति को धीमा करने के लिए ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना होगा और पिघले मीठे पानी का बेहतर ढंग से प्रबंधन करना होगा। पानी का उचित प्रबंधन ही भविष्य की पीढ़ी को जल दे सकता है।
इस अवसर पर आमंत्रित वक्ता रामू कुशवाहा ने कहा कि हम सब जानते हैं कि हमारे शरीर में 70 प्रतिशत पानी है, परंतु फिर भी हम खाने को ज्यादा महत्व देते हैं, न कि पानी को। इसलिए अधिकांश बीमारी हमारे दूषित पानी पीने से होती है। वर्तमान समय में मीठे जल के स्रोतों का संरक्षण हम सभी के लिए बड़ी चुनौती है। हम सभी को हमारे आसपास की नदियों और जल स्रोतों को बेहतर रखने और अनावश्यक रूप से जल दोहन को नियंत्रण करना चाहिए।
जल संकट की इस गंभीर समस्या को हमें हल्के में नहीं लेना चाहिए और हमें जल संरक्षण के महत्व को समझना चाहिए आदि बाते अपने व्याख्यान में कही। कार्यक्रम के अंत में जल संरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण वीडियो दिखाए गए। इस आयोजन में बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट्स, महाविद्यालय के छात्र/छात्राएं एवं समस्त शैक्षणिक स्टाफ उपस्थित रहा। संचालन डॉ. मनीष कुमार चौरे ने किया।