इटारसी। खनन माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे एसडीएम पर भी अटैक करने से नहीं डर रहे हैं। अब तक इस तरह की हिमाकत करने के मामले भिंड, मुरैना तरफ सुनने को मिलते थे, अब यहां के खनन माफिया भी उसी राह पर चल पड़े हैं। बीती रात करीब सवा 12 बजे मरोड़ा रेत खदान से ओवर लोडिंग ओर अवैध रूप से रेत का परिवहन करने वाले माफिया ने एसडीएम के सरकारी वाहन को टक्कर मारने का प्रयास किया।
बताया जाता है कि मंगलवार की रात एसडीएम ने रामपुर थाने के पास एक डंपर पकड़ा जो बालाजी डेवलपर्स का था और उसमें अवैध रूप से रेत का परिवहन हो रहा था। यह डंपर उन्होंने रात में ही रामपुर थाने में जब्त कराया। जब वे लौट रहे थे, उसी दौरान एक स्कार्पियो वाहन तेजी से आया और उनकी गाड़ी के पास से गुजरा, जिससे टक्कर होते-होते बची। इस वाहन में दो लोग बैठे थे जो मरोड़ा रेत खदान के कर्मचारी थे। उन्होंने यह वाहन और उसमें बैठे दोनों लोगों को भी रामपुर थाने में सौंपा और एक आवेदन दिया कि इस घटना में जो भी वैधानिक कार्रवाई होती है, वह की जाए।
एसडीएम ने बताया कि पिछले 10-15 दिनों से ये लोग उनके वाहन का पीछा कर रहे थे। इसके अलावा वे उनके आफिस के आसपास भी घूमकर मेरा मूवमेंट पता करते रहते हैं। रात को भी करीब साढ़े 12 बजे स्कार्पियो वाहन में बैठे सोनू यादव, संदीप शर्मा ने एसडीएम के वाहन को टक्कर मारने की कोशिश की। एसडीएम का कहना है कि मरोड़ा रेत खदान से ये दोनों ओवर लोडिंग ओर अवैध रूप से रेत का परिवहन कर रहे थे। एसडीएम ने आशंका जाहिर की है कि वे पिछले कुछ दिनों से लगातार मरोड़ा रेत खदान पर कार्रवाई कर रह हैं, तो संभवत: इस तरह की वारदात करना उसी का नतीजा हो सकता है।
इनका कहना है…!
हमने मरोड़ा रेत खदान का सीमांकन कराया है, ये लोग निर्धारित स्थान से बाहर आकर रेत खनन कर रहे थे। हमने उनके खिलाफ कार्रवाई की है। रात को भी एक डंपर पकड़कर रामपुर थाने में जब्त कराया है। जब लौट रहे थे तो स्कार्पियो वाहन से उन्होंने तेजी से हमारे वाहन के साइड से निकाला, जिससे टक्कर होते-होते बची है। रामपुर थाने में वैधानिक कार्रवाई के लिए आवेदन दिया है।
आरएस बघेल, एसडीएम