आर्डनेंस फैक्ट्री सेफ्टी दल ने किया मॉकड्रिल
बिल्डिंग में फंसे दो कर्मचारियों को बचाया, पांच दमकलों ने बुझाई आग
इटारसी। आज दोपहर आर्डनेंस फैक्ट्री के सेफ्टी विभाग ने बिल्डिंग में लगी आग की घटना का मॉकड्रिल करके बचाव एवं राहत कार्य का लाइव डेमो दिखाया। घटना कुछ इस तरह बतायी कि करीब सवा 12 बजे आर्डनेंस फैक्ट्री की एसीटोन स्टोरेज बिल्डिंग नंबर 706 में लगी आग को सेफ्टी विभाग की टीम ने सूचना मिलने के दस मिनट के भीतर पहुंचकर बुझाना शुरु किया और पांच फायर वाहनों ने लगातार पानी और फोम से लेयर बनाकर आग को फैलने से रोका। इस पूरे आपरेशन में करीब आधा घंटे का वक्त लगा। सुरक्षा दस्ते ने आगजनी वाले स्थान पर लोगों को जाने से रोकने के लिए मजबूत घेरा बना दिया। फायर टीम ने बिल्डिंग में फंसे दो लोगों को सीढिय़ों की सहायता से निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
यह सच्ची घटना नहीं, लेकिन जब भी ऐसी घटना होती है तो आर्डनेंस फैक्ट्री का सेफ्टी विभाग कितना सजग और सतर्क रहता है, यह बताने का प्रयास किया है, आज के डिजॉस्टर मैनेजमेंट के तहत की गई मॉक ड्रिल के ज़रिए। इस पूरे घटनाक्रम को लाइव देखने के लिए आर्डनेंस फैक्ट्री के जीएम भी मौजूद थे। ग्राम चांदौन के मार्ग पर फैक्ट्री आवासीय परिसर के बाहर यह मॉकड्रिल किया गया था।
ऐसे चला पूरा ऑपरेशन
अचानक सेफ्टी कंट्रोल को कर्मचारी बाबूराज आकर सूचना देता है कि बिल्डिंग नंबर 706 में आग लग गई है और बिल्डिंग में दो लोग फंसे हैं, तत्काल कंट्रोल से फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस को सूचना दी जाती है, सूचना मिलने के दस मिनट के भीतर दो फायर फाइटर सायरन के साथ घटनास्थल की ओर तेजी से रवाना होते हैं। इसी दौरान दो एम्बुलेंस भी मेडिकल स्टाफ के साथ मौके पर पहुंच जाती हैं। अगले पांच मिनट में दो और दमकल आती हैं और सुरक्षा कर्मचारी घटनास्थल के चारों तरफ गोल घेरा बनाकर बचाव दल के अलावा किसी अन्य को वहां पहुंचने से रोकते हैं। बीच-बीच में सेफ्टी दल लोगों को घटना स्थल से दूर रहने का उद्घोष करते हैं। सेफ्टी टीम बिल्डिंग की छत पर फंसे दो आदमियों को बचाने का काम करती है तो दमकल के कर्मचारी आग पर काबू पाने के लिए पानी की लगातार बौछार करते हैं। आग बिल्डिंग में और आगे नहीं फैले इसके लिए बिल्डिंग में फोम का लेयर भी चढ़ा दिया जाता है। जैसे ही घायल दो लोगों को नीचे लाया जाता है, एम्बुलेंस के ज़रिए उन्हें अस्पताल भेजा जाता है और इधर दमकल कर्मचारी भी आग पर काबू पा लेते हैं। करीब आधे घंटे के मॉकड्रिल को सजीव पेश किया गया। जितनी मुस्तैदी फायर फायटर, मेडिकल टीम, सुरक्षा दल ने दिखाई, उसने यह विश्वास जमाने का प्रयास किया है कि हमारे रक्षा संस्थान अचानक हुई किसी भी तरह की आपदा से निबटने में न सिर्फ सजग हैं, बल्कि सक्षम भी हैं।
एस्टेट के निवासियों को किया सावधान
बिल्डिंग नंबर 706 में आग की घटना के बाद जब सेफ्टी कंट्रोलर ने मौके पर फायर ब्रिगेड, मेडिकल स्टाफ को सूचित करके भेज दिया और टीमें अपने काम में लग गईं तो माइक से उद्घोषणा करके बीच-बीच में आवासीय परिसर में रहने वालों को भी लगातार सावधान किया जाता रहा था। माइक से कहा जा रहा था कि वे अपने घरों के खिड़की और दरवाजे बंद कर लें और जहां तक संभव हो घर से बाहर न निकलें क्योंकि आगजनी के बाद जो धुंआ फैल रहा है, वह काफी ज़हरीला है। इसके अलावा यह भी हिदायत दी जा रही थी कि जो लोग राहत एवं बचाव दल में शामिल नहीं हैं, वे घटना स्थल के आसपास भी न जाएं। आग से राहत और बचाव कार्य में आर्डनेंस फैक्ट्री सेफ्टी विभाग के तीस कर्मचारी लगे थे जबकि विभाग से बाहर अन्य विभाग से 36 कर्मचारी शामिल हुए जो सुरक्षा आदि में लगे रहे। जब अन्य दमकल आग पर पानी की बौछार डाल रहीं थी तो एक दमकल ने बिल्डिंग में आग फैलने से रोकने के लिए फोम की लेयर उस पर चढ़ाई। आसपास की बिल्डिंगों में आग न फैले इसके लिए उन सभी बिल्डिंग को लगातार ठंडा किया जाता रहा। आग पर काबू पा लेने के बाद सेफ्टी स्टाफ ने आकर घटना और राहत एवं बचाव कार्य की रिपोर्ट चीफ सेफ्टी आफिसर को दी। चीफ सेफ्टी आफिसर ने वरिष्ठ अधिकारियों को आग पर काबू पाने की सूचना दी। इस तरह से आधा घंटे के लाइव आपरेशन के जरिए सुरक्षा और सतर्कता जांची गई।
इनका कहना है …!
मॉक ड्रिल के ज़रिए हमने यह दिखाने का प्रयास किया है कि आपदा के वक्त हमारा सेफ्टी डिपार्टमेंट कितना अलर्ट रहता है, वे कैसे डील करके इस तरह की घटनाओं से बचाते हैं। मैं धन्यवाद देता हूं सेफ्टी विभाग के कर्मचारियों को कि उन्होंने बहुत बेहतर तरीके से सारी चीजों से निबटे और एक बड़ी घटना को टाल दिया।
एस सहदेव, जीएम आर्डनेंस फैक्ट्री इटारसी