इटारसी। सरकार को धान बेचने के इच्छुक किसानों के लिए आज राहत भरी खबर आयी है। सोमवार से धान उपार्जन केन्द्रों पर धान की खरीद पुन: प्रारंभ हो जाएगी। खरीद कर रही समितियों ने केन्द्र से उपार्जित धान का उठाव नहीं होने के कारण खरीद बंद कर दी थी। शुक्रवार से इन केन्द्रों से परिवहन प्रारंभ हो गया है। शनिवार और रविवार को अवकाश के कारण धान की खरीद नहीं होगी और इन दो दिनों में अब तक खरीदी गई धान भी उठ जाएगी। अत: माना जा रहा है कि सोमवार से पुन: धान खरीदी प्रारंभ हो जाएगी। लेकिन, नेफेड के सामने एक बड़ी समस्या यह आ गयी है कि दो दिन पूर्व हुई बारिश से धान भीगने से उसमें नमी 19 प्रतिशत हो गयी है। ऐसे में वेयर हाउसों में धान लेने से इनकार करने जैसी बातें सामने आ रही हैं।
कृषि उपज उपमंडी रैसलपुर में इटारसी तहसील के किसानों से धान की खरीद कर रही सेवा सहकारी समिति ग्राम जमानी ने दो हजार क्विंटल से अधिक धान का उपार्जन कर लिया था। उपमंडी में स्थित शेड में जगह कम होने और परिवहन की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण समिति ने किसानों को धान लाने से मना करके खरीद बंद कर दी थी। समितियों का कहना था कि जब तक परिवहन का बंदोवस्त नहीं हो जाता, खरीद करना संभव नहीं है। इस दौरान करीब तीन दिन धान की खरीद पूरी तरह से बंद रही है। इसके अलावा शनिवार और रविवार को अवकाश के कारण धान खरीद नहीं होगी।
सोमवार से शुरु होगी खरीद
जिला विपणन प्रबंधक डॉ.प्रदीप गरेवाल ने बताया कि शुक्रवार से जिले के अधिकांश धान खरीद केन्द्रों पर खरीदी गई धान का उठाव प्रारंभ हो गया है। उन्होंने सोमवार से धान की दोबारा खरीद प्रारंभ होने की उम्मीद जतायी है। सेवा सहकारी समिति जमानी के खरीद केन्द्र प्रभारी खुमान भलावी के अनुसार रैसलपुर उपमंडी से खरीदी गई धान का परिवहन प्रारंभ हो गया है। दो दिन अवकाश रहेगा और इस दौरान सारी धान यहां से उठकर गोदामों में पहुंच जाएगी। परिसर खाली होने के साथ ही सोमवार से उनके केन्द्र पर पुन: धान की खरीद प्रारंभ कर दी जाएगी।
नेफेड के समक्ष आयी समस्या
समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी में एजेंसी नेफेड है। परिवहन का संकट हल होने के बाद खरीद केन्द्रों से धान का उठाव तो प्रारंभ हो गया है, लेकिन नेफेड के समक्ष संकट यह आ गया है कि अभी दो दिन में हुई बारिश के कारण कई केन्द्रों पर धान भीगने से उसमें करीब 20 प्रतिशत नमी आ गयी है। सरकारी नियम यह है कि खरीदे गये अनाज में 17 प्रतिशत से अधिक नमी होगी तो नहीं खरीदी जाएगी। नेफेड के अधिकारियों को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर क्या किया जाए? बावजूद इसके नेफेड के अधिकारियों का दावा है कि धान का 90 फीसदी उठाव हो गया है।
ये हैं जिले के धान खरीदी केंद्र
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केन्द्रों की जिले में संख्या 24 है। इनमें सेवा सहकारी समिति सिरवाड़, जासलपुर, डोलरिया, आंचलखेड़ा, आंखमऊ, सांगाखेड़ा, बाबई, करनपुर, गड़ाघाट, धनाश्री, सांडिया, बनखेड़ी, चांदौन, माल्हनवाड़ा, दहलवाड़ा, इशरपुर, पलिया पिपरिया, जमानी, झकलाय, बानापुरा, रानी पिपरिया, सांडिया, गूजरघाट, इशरपुर शामिल हैं।