इटारसी। आज सुबह रेलवे स्टेशन पर खानपान की जांच करने आए डीसीएम और एक खानपान लायसेंसी के मैनेजर के बीच तीखी बहस हो गयी। मैनेजर का कहना है कि डीसीएम ने बदसलूकी की है जबकि डीसीएम का कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। उन पर लगाए आरोपी बेबुनियाद हैं।
दरअसल खानपान व्यवस्था में मिल रही लगातार शिकायतों के बाद आज डीसीएम ने सुबह कई स्टाल्स का निरीक्षण किया। उनको प्लेटफार्म पर स्थित स्टाल्स में कच्ची सब्जी और अधपके चावल मिले तो खासी नाराजी जतायी और स्थानीय अधिकारियों को जुर्माने के मौखिक निर्देश दिए।
सुबह कामायनी से इटारसी पहुंचे डीसीएम नवदीप अग्रवाल ने यहां की खानपान व्यवस्था का निरीक्षण किया। वे प्लेटफार्म पर बने खानपान स्टाल्स और कैंटीन में भी गए। निरीक्षण के दौरान कुछ जगह उन्हें कच्ची सब्जी और अधपके चावल मिले जिससे उन्होंने नाराजी जतायी और व्यवस्था सुधारने के निर्देश भी दिए। इस दौरान एक खानपान ठेकेदार के प्रबंधक से उनकी बहस भी हुई। मैनेजर ने उन पर बिना वजह बहस करने और पैसे मांगने का आरोप लगाया जिसे श्री अग्रवाल ने सिरे से खारिज कर दिया। रेलवे स्टेशन पर कार्यरत कुछ खानपान लायसेंसियों ने डीसीएम नवदीप अग्रवाल पर निरीक्षण के दौरान बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। एक मैनेजर चिंटू गुरयानी ने तो उनसे गाली-गलौच करने तक का आरोप लगाया। उनका कहना है कि डीसीएम को सभी दस्तावेज दिखाने के बावजूद उन्होंने बदसलूकी की। उन्होंने खानपान स्टाल्स और भोजनालय की जांच की। श्री गुरयानी का कहना है कि उनके यहां तो ऐसा कुछ पाया भी नहीं गया लेकिन उन्होंने जनता खाने में गड़बड़ी होने की बात की तो हमने कहा कि आप जब्त कर लें और जांच करा लें तो वे बदसलूकी करने लगे और वे जनता खाना अपने साथ भी नहीं ले गए।
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खानपान जांच के दौरान मैनेजर और डीसीएम में बहस
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