ग्रामीणों ने धान का रोपा (Rice paddy) लगाकर जताया विरोध
इटारसी। ग्राम सिलारी से नांदनेर लगभग 4.30 किमी का मार्ग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योगना के अंतर्गत निर्मित हुआ था, वह वर्तमान में पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। रोड का रख रखाव नहीं होने से ग्रामीणों में रोष है।
गुस्साए ग्रामीणों ने रोड पर धान के पौधे लगाकर प्रदर्शन किया, साथ ही चेतावनी दी कि 7 दिन में सड़क नहीं बनी तो मुख्य मार्ग पर चक्काजाम करेंगे। करीब एक दर्जन गांवों को आपस में जोडऩे वाले इस सड़क मार्ग के निर्माण में ग्रामीणों ने ठेकेदार पर अनियमितता का आरोप भी लगाया है। विरोधस्वरूप भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में ग्रामीणों ने रोड पर धान के पौधे लगाये।
इन गांवों को जोड़ती है ये सड़क
सिलारी-नांदनेर मार्ग से चिल्लई, रूपापुर, गजपुर, नांदनेर, घोघरी, बटकुई, कैंप, छीपीखापा, बेलावाड़ा, सिलारी के सैकड़ों ग्रामीण, मजदूर,विद्यार्थी आवागमन करते हैं। वर्तमान में सड़क के खराब होने से ग्रामीणों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय किसान संघ (Bhartiya Kisan Sangh) के जिला मीडिया प्रभारी रजत दुबे (Rajat Dubey) ने कहा कि ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर 7 दिन के बाद सड़क का निर्माण नहीं बनी तो ठेकेदार(Contractor) का पुतला जलाकर मुख्य मार्ग पर चक्काजाम करेंगे।
इनका कहना है…
इस मार्ग पर डामरीकरण किया जाए। 7 दिन के अल्टीमेटम के बाद ग्रामीण इस मामले को लेकर चक्काजाम करेंगे। ग्रामीणों को भारी असुविधा हो रही है।
प्रदीप दुबे, सरपंच चिल्लई-रूपापुर
ग्राम सिलारी से नांदनेर रोड का डामरीकरण नहीं किया तो आंदोलन करेंगे। हम पहले भी प्रशासन का इस रोड को लेकर ध्यानाकर्षित करा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब ग्रामीण आंदोलन का मन बना चुके हैं।
गनपत मीना, सरपंच सिलारी