इटारसी। केसला ब्लाक के सुखतवा कस्बे में एक महिला ने जेवरों से भरा पर्स अलमारी में रखा था। लेकिन, जब वह बाहर कंडे रखने के स्थान पर काम कर रही थी तो उसे खाली पर्स दिखा। उसे लगा कि यह पर्स तो उसका है जिसमें जेवर रखकर अलमारी में रखा था, शंका होने पर जब अलमारी देखी तो पर्स गायब था। महिला घर में अकेली थी और उसका पति और बेटा खाटू श्याम के दर्शन करने राजस्थान गये थे। इस परिवार को घटना की जानकारी भी करीब डेढ़ माह बाद मिली। उसे 82 हजार रुपए की चपत लगी है।
दरअसल, सुखतवा निवासी बृजकिशोर पिता कालूराम श्रीवास 55 वर्ष ने शिकायत दर्ज करायी है कि 22 फरवरी को उसकी पत्नी ने अपने जेवर एक पर्स में रखकर घर में ही अलमारी में रख दिये थे। इसके बाद कभी उनकी जरूरत नहीं पड़ी तो देखे नहीं। 9 अप्रैल को जब महिला घर के बाहर कंडे रखने के स्थान पर गयी तो देखा कि एक पर्स खाली पड़ा है, जो उसके ही पर्स जैसा दिख रहा है। उसे शंका हुई तो उसने अलमारी में जाकर पर्स देखा जो वहां नहीं था। पर्स में सोने-चांदी के जेवर थे जिनकी कीमत 82 हजार रुपए बतायी जा रही है। जिस वक्त महिला ने अलमारी में ये जेवर रखे थे, तब उसके पति और बेटा खाटू श्याम के दर्शन के लिए गये हुए थे। महिला के अनुसार इस दौरान 5 मार्च को उसका भतीजा अवश्य घर आया था। उसके भतीजे की अपराधिक प्रवृत्ति होने के कारण महिला ने उस पर संदेह जताया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, महिला का भतीजा अभी हाथ नहीं लगा है।