इटारसी। सावन (Savan) का महीना चल रहा है, और भगवान भोलेनाथ की भक्ति भी। सतपुड़ा (Satpuda) भगवान शंकर का घर माना जाता है। यहां कई चोटियों और गुफाओं में भगवान शिव के मंदिर हैं और वहां भक्त भगवान की आराधना के लिए पहुंचते हैं। खासकर श्रावण के सोमवार को वहां काफी भक्त पहुंचते हैं। ऐसा ही एक स्थान है, तिलक सिंदूर (tilak Sindoor) । यहां भगवान गुफा मंदिर में विराजमान हैं। भक्तों को असुविधा न हो, इसके लिए तिलकसिंदूर आदिवासी सेवा समिति ने यहां विशेष साफ-सफाई की।
इटारसी-धरमकुंडी रोड (Itarsi-Dharamkundi road) पर जमानी (Jamani) से 5 किलोमीटर दूर भगवान भोलेनाथ का मंदिर पहाड़ी की गुफा पर है और यहां विराजमान शिवलिंग की पूजा करने दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। प्रथम सावन सोमवार अधिक भीड़ लगने से सोशल डिस्टेंस (Social Distence) का पालन नहीं किया गया था। लेकिन आदिवासी सेवा समिति तिलक सिंदूर ने यहां साफ-सफाई करके डिस्टेंस गोले बनाए हैं। आज द्वितीय सावन सोमवार को श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा। बिना मास्क के कोई भी मंदिर में प्रवेश नहीं करेगा। प्रशासन द्वारा अभी कोई भी तरीके से मंदिर में रोक नहीं लगाई गई है। लेकिन प्रशासन के आदेश होने पर किसी को भी मंदिर में प्रवेश नहीं किया जाए। आदिवासी सेवा समिति के अध्यक्ष बलदेव तेकाम (Baldev tekam), सचिव जीतेंद्र इवने (Jitendra Ivane), जगदीश ककोडिया (Jagdish Kakodiya), जीतेंद्र भलावी (Jeetendra Bhalavi), सुखराम परते (Sukhram Parte), मीडिया प्रभारी विनोद वारिवा (Vinod Variba) ने पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं से किसी भी प्रकार की परेशानी से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क लगाने का अनुरोध किया है।
तिलकसिंदूर (Tilak Sindoor) जाने से पहले ध्यान रखें यह बात


Rohit Nage
Rohit Nage has 30 years' experience in the field of journalism. He has vast experience of writing articles, news story, sports news, political news.
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