दो माह बाद खुले बाजार में फिजिकल डिस्टेंसिंग को भूले लोग

Post by: Manju Thakur

मास्क नहीं लगाने पर दो दुकानों को किया सील 
इटारसी। जनता कर्फ्यू के बाद से बंद बाजार मंगलवार को दो माह से अधिक समय बाद खुला तो लोग शासन-प्रशासन का निवेदन भी भूल गये। यानी बाजार में ग्राहकों की भीड़ ने फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियम को कतई ध्यान नहीं रखा। बाजार के कुछ हिस्सों में तो भीड़ अधिक नहीं थी और वहां लोगों ने निश्चिंत होकर सामान की खरीदी की तो कुछ हिस्सों में तो फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना जैसी बातों को नजरअंदाज ही कर रखा था।
दो माह बाद बाजार खुलने पर व्यापारियों ने राहत की सांस ली और कुछेक मामलों को छोड़ दें तो ज्यादातर व्यापारियों ने शासन के नियमों का पूरा ख्याल रखा और पूरे नियमों से व्यापार संचालित किया। सराफा बाजार में कुछ दुकानदारों ने बाकायदा ग्राहकों का ट्रेम्प्रेचर मापने के बाद सेनेटाइजर से हाथ धुलाने के बाद ही दुकान में प्रवेश दिया। इसके लिए ग्राहकों के मुंह पर मास्क होना भी अनिवार्य किया था।

सुबह ही खुल गयीं थी दुकानें
आमतौर पर कोरोना संकट से पूर्व शहर का बाजार सुबह 10 बजे के बाद ही खुलना प्रारंभ होता था। चाय, नाश्ता और पान की दुकानें अवश्य सुबह 6-7 बजे से खुल जाया करती थीं। लेकिन, लॉक डाउन अवधि में दो माह बाद खुले बाजार में व्यापारियों को केवल सुबह 9 से शाम 5 बजे तक ही दुकान खोलने की अनुमति दी गई थी, अत: व्यापारी सुबह 9 बजे ही अपने दुकान खोलने आ गये थे। खासकर किराना दुकान, कपड़ों की दुकानें, अनाज की दुकानें और जनरल स्टोर्स आदि सुबह जल्दी खुल गये थे और इन दुकानों पर भी ग्राहकी प्रारंभ हो गयी थी। सुबह दस बजे तक तो जयस्तंभ चौक के आसपास के बाजार में खासी भीड़ आ चुकी थी।

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प्रशासन भी पहुंचा बाजार में
सुबह बाजार खुलने के समय प्रशासन भी बाजार में पहुंच चुका था। एसडीएम सतीश राय ने बाजार का निरीक्षण किया और अपनी टीम के साथ बाजार में भ्रमण करके यह देखा कि कहां, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और कहां नहीं? इसके अलावा शासन-प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सख्त हिदायत व्यापारियों को दी गई। दुकानों के सामने दुकानदारों ने एक दिन पूर्व ही ग्राहकों को खड़े होने के लिए गोले बना दिये गये थे। एक दुकान पर एक बार में पांच ग्राहक से अधिक को अनुमति नहीं थी। ग्राहकों, दुकानदार और दुकान के स्टाफ को भी मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। अधिकारियों ने बाजार में घूमकर यही निरीक्षण किया।

दो दुकानें सील कर दी
एसडीएम सतीश राय जिस वक्त बाजार में भ्रमण कर रहे थे, उस वक्त उन्हें नाक से नीचे मास्क लगाए वैभव रेस्टॉरेंट के संचालक कल्लू सेठी दिखे। एसडीएम ने उनको मास्क ठीक से नहीं लगाने का कहते हुए साथ चल रहे दल से दुकान सील करा दी। बताया जाता है कि श्री सेठी उस वक्त दुकान खोलने नहीं बल्कि सफाई करने आये हुए थे और उनकी दुकान पर कोई ग्राहक भी नहीं था। इसके अलावा एक अन्य दुकान भी प्रशासन के अमले ने सील करायी। इसी दौरान तुलसी चौक के पास पान मसाले की दुकान संचालक को तंबाकू नहीं बचने को कहा तो दुकान संचालक ने यह कहते हुए दुकान ही बंद कर दी कि इसके अलावा कुछ ज्यादा बिकता ही नहीं है।

तीन दुकान बंद करायी गयी
इटारसी नगर में प्रतिबंधित गतिविधयों को छोड़कर सशर्त दुकानों एवं प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति दी गई है। आदेशों के परिपालन में आज अनुविभाग इटारसी में बाजार क्षेत्र का नायब तहसीलदार विनय प्रकाश ठाकुर, राजस्व निरीक्षक टोप सिंह राजपूत एवं पटवारी दल द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान एक पान दुकान, हरी कलेक्शन इटारसी एवं पैराडाइस इलेक्ट्रानिक इटारसी दुकान पर फेस मास्क, फेस कवर, फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन करना नहीं पाये जाने पर तत्काल प्रभाव से दुकान बंद करवाई गई।

बैंकों में हुई सबसे ज्यादा अनदेखी
फिजिकल डिस्टेंसिंग की सबसे ज्यादा अनदेखी तो बैंकों और पोस्ट आफिस में हुई। कंटेन्मेंट जोन के बैंक को नहीं खुले हैं, लेकिन दूसरे सभी बैंकों के गेट पर लोग इतनी भीड़ लगाकर खड़े रहे कि यहां फिजिकल डिस्टेंसिंग जैसे किसी निर्देश का पालन होते नहीं दिखी। बैंक प्रबंधन ने भी खुद इस तरफ ध्यान नहीं दिया। हरेक बैंक के सामने लोग एकदूसरे से काफी सटकर गेट पर खड़े रहे। यानी बैंक प्रबंधन ने शाखा के भीतर कम लोगों का प्रवेश कराने, बाजार की व्यवस्था की तरफ बिलकुल ध्यान नहीं दिया जबकि बैंक के गेट पर खड़े गार्ड के माध्यम से यदि बैंक प्रबंधन चाहता तो यह सब कराया जा सकता था। लेकिन, प्रबंधन ने यह जिम्मेदारी नहीं निभायी।

पान,गुटखा, खानपान होटल बंद
बाजार में किराना दुकानों के अलावा पटवा लाइन में मनिहारी दुकानें, जवाहर बाजार में कपड़ों की दुकानें, जनरल स्टोर, मोबाइल की दुकानें, सब्जी की थोक के अलावा कुछ फुटकर दुकानें भी खुलीं थी। लेकिन खानपान होटल, रेस्टॉरेंट, पान-गुटखा की दुकानों को नहीं खोला गया था। एक गुटखा-पाउच की थोक दुकान खुली थी जो बाद में बंद कर दी गई। रेस्टॉरेंट संचालकों को फिलहाल होम डिलीवरी करने को ही कहा है। सैलून संचालकों को सारे नियमों का पालन करते हुए दुकान खोलने को कहा है। इसमें ग्राहकों को दुकान में प्रवेश के पहले सेनेटाइज करना होगा, कटिंग में इस्तेमाल कपड़ा बदलना होगा, कटिंग के उपकरणों को हर ग्राहक के बाद सेनेटाइज करना होगा।

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