इटारसी। राधाकृष्ण मार्केट में बिना अनुमति निर्माण करने का एक मामला सामने आया है। यहां के दुकानदारों का प्रशासन का कोई डर नहीं है और धड़ल्ले से यहां दुकानों के निर्माण कार्य चल रहा है। या फिर ये कहें कि सब नगर पालिका के अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है। एक दुकानदार ने बिना नगर पालिका से कोई अनुमति लिये दुकान को भव्य रूप देकर साज-सज्जा तक कर ली गयी है। मामला सामने आने पर दुकानदार का कहना है कि हमने कोई बड़ा काम नहीं किया, सिर्फ प्लास्टर करके टाइल्स लगायी हैं। सवाल यह है कि बिना अनुमति काम करने की जरूरत क्या है? या फिर किसी अधिकारी की मौखिक अनुमति से यह हो रहा है? नगर पालिका का संबंधित विभाग इस तरफ ध्यान क्यों नहीं दे रहा है? क्या इसमें भी अधिकारियों की मिलीभगत है?
पुराने फल बाजार से लगा राधाकृष्ण मार्केट फिर चर्चा में है। यहां फेस वन की एक दुकान में दुकान मालिक ने नगर पालिका से बिना अनुमति लिए रातों रात निर्माण कार्य कर डाला। दुकानदार ने इतनी सफाई से काम कराया कि बाहर से खस्ताहाल दिखने वाली दुकान अंदर से रातों रात कब लक्जरी हो गई किसी को पता ही नहीं चला। दुकानदार ने दुकान में में प्लास्टर से लेकर, सीढ़ी, फ्लोर और टाईल्स तक लगा ली। आश्चर्य की बात तो यह है कि नगर पालिका के अधिकारी भी इस निर्माण कार्य से अनजान हैं।
बता दें कि राधाकृष्ण मार्केट के फेस वन की दुकानों में दुकान नंबर एक से लेकर तीन तक राजहंस भोजनालय के स्वामित्व में है। यहां की दुकानों में वैसे तो कोई बडा विवाद नहीं है, लेकिन नियमानुसार इनमें निर्माण या अन्य किसी कार्य के लिए नपा की अनुमति आवश्यक है। बिना अनुमति कोई भी दुकानदार निर्माण कार्य नहीं कर सकता है। पिछले कुछ दिनों में इन तीनों दुकानों के मालिक राजहंस भोजनालय वाले जिनकी यहां पर क्राकरी की दुकान संचालित होती है। उन्होंने सामने की दुकान की शटर बंद करके और दूसरी तरफ मेट लगाकर चोरी छुपे तरीके से दुकान के अंदर छत का कुछ हिस्सा गिराया और प्लास्टर, सीढ़ी, छत की सीलिंग, फ्लोर सहित टाइल्स लगा ली। बाहर से यह तीनों दुकानें शेष दुकानों की तरह ही लग रही हैं लेकिन अंदर से इनमें फर्नीचर और टाइल्स के लगने के बाद किसी लग्जरी दुकान की तरह हो गई हैै। नगरपालिका को जानकारी तो हो गयी है। लेकिन देखना यह है कि नगर पालिका इस दुकानदार के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है? यदि किसी अधिकारी की मौखिक अनुमति के यह सब हो रहा है तो निश्चित है, कि कुछ दिन नोटिस का खेल होगा और फिर सब भुला दिया जाएगा।
नहीं ली है अनुमति
हमने दुकान में कोई बड़ा कार्य नहीं किया है। अंदर से टाईल्स और प्लास्टर हुआ है। हमने अनुमति नहीं ली।
कन्हैया चंदवानी, दुकान मालिक
निरीक्षण किया है नोटिस भेजेंगे
देर शाम दुकान का निरीक्षण किया है। दुकानदार ने प्रशासन को गुमराह करके बिना अनुमति के कार्य किया है। सीएमओ से चर्चा करके नोटिस भेजेंगे। सीएमओ बोलेंगे तो नियमों का उल्लंघन करने पर दुकानदार के खिलाफ एफआईआर कराएंगे।
विकास वाघमारे, एआरआई नपा