इटारसी। मकान खाली कराने को लेकर हुए विवाद में बीती रात भारतीय जीवन बीमा निगम कार्यालय (LIC Office) के पीछे स्थित बस्ती में एक युवक बुरी तरह से घायल हो गया और आज सुबह सिविल अस्पताल ( Government Hospital) में उपचार के दौरान उसकी मौत (Death) हो गयी। घटना बुधवार की रात करीब 10:30 बजे की बतायी जा रही है। युवक की मौत के बाद स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गयी है। पीडि़त पक्ष का आरोप है, कि पुलिस (Police) ने आरोपियों पर कार्रवाई की जगह उनके साथ ही ज्यादती की है।
पुलिस का इस मामले में कहना है कि जब दो पक्षों में विवाद होता है, तो शांति कायम रखने के लिए कार्रवाई करनी पड़ती है, इसमें ज्यादती जैसा तो कुछ भी नहीं है।
पीडि़त पक्ष के लोग रात को अस्पताल में ही हंगामा कर रहे थे, उनको शांत कराया है, किसी से कोई ज्यादती नहीं की।
टीआई रामस्नेह चौहान (TI Ramsnehi Chouhan) के मुताबिक दो पक्षों में विवाद के बाद पुलिस ने दोनों ही पक्षों के लोगों पर एकदूसरे की शिकायत (Compliant) पर प्रकरण पंजीबद्ध किया है। पुलिस ने मामले में दोनों ही पक्षों के चार-चार लोगों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
अस्पताल में बन गया तनाव
रात में विवाद के बाद धारदार हथियार से गले में वार के बाद एलआईसी आफिस के पीछे रहने वाले बंगाली परिवार के प्रशांत शाह (Prashant Shah) की रातभर उपचार के बाद सुबह हालत बिगडऩे के बाद मौत हो गयी। घटना में मृतक का भाई विजय शाह और उसका दोस्त बाबू तिवारी भी घायल हुआ है। युवक की मौत के बाद सरकारी अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम के सामने पीडि़त पक्ष की ओर से मृतक के परिजन और दोस्त दर्जनों की संख्या में एकत्र हो गये थे और पुलिस पर आरोपी पक्ष का बचाव करने और पीडि़त पक्ष को परेशान करने का आरोप लगा रहे थे। उनका कहना था कि पुलिस ने रात को मृतक के तीन दोस्तों और उसके पिता प्रकाश शाह को थाने में बिठा लिया था, सुबह सभी को छोड़ दिया है।
पुलिस ने बताया झगड़े का कारण
एसडीओपी महेन्द्र मालवीय (SDOP Itarsi Mahendra Malviya)ने झगड़े का कारण बताते हुए कहा है कि इसके पीछे एक मकान ( House) का विवाद है, जो गोलू सोनकर की पत्नी के नाम है। इसमें गोलू सोनकर और आरोपी पक्ष रैकवार परिवार में विवाद चला आ रहा है। प्रशांत शाह रैकवार परिवार का पड़ोसी है और गोलू सोनकर का मित्र था। मकान खाली कराने को लेकर शाह और रैकवार परिवार में बीती रात झगड़ा हुआ और एकदूसरे के साथ मारपीट हुई। प्रशांत को अधिक जख्मी होने पर यहां अस्पताल में भर्ती कराया था, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। पुलिस पर ज्यादती के आरोप पर उन्होंने कहा कि दो पक्षों में झगड़े की खबर आती है तो पुलिस दोनों पक्षों को हटाकर झगड़ा शांत करती है, ज्यादती थोड़ी करती है।
इनके खिलाफ बनाया प्रकरण
पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के चार-चार लोगों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध करके जांच में लिया है। एसडीओपी महेन्द्र मालवीय के अनुसार पुलिस ने प्रशांत शाह की शिकायत पर तुलसी रैकवार, भानू रैकवार, केशव रैकवार और पीटू के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया है, तो वहीं दूसरे पक्ष से तुलसी रैकवार की शिकायत पर प्रशांत शाह, उसका भाई विजय शाह, पिता प्रकाश शाह और उसके दोस्त बाबू तिवारी के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। एसडीओपी ने बताया कि मृतक प्रशांत शाह का पूर्व में आपराधिक रिकार्ड रहा है। आरोपियों की गिरफ्तारी के विषय में उन्होंने कहा कि फिलहाल दोनों पक्षों से 4-4 नाम आये हैं, मामला जांच में है, गिरफ्तारी (Arrest) नहीं की है।