इटारसी। अंग्रेजी शराब की तस्करी के मामले में पुलिस ने शहर के फर्नीचर व्यापारी व गैस एजेंसी संचालक शरद बामने को गिरफ्तार किया है। उसके साथ ही चार अन्य आरोपियों को भी पुलिस ने शराब तस्करी में पकड़ा है। मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने मंगलवार रात सीपीई गेट के पास नाकाबंदी करके शराब ले जा रही कार की तलाशी ली तो उसमें करीब 65 हजार रुपए की अवैध शराब की आठ पेटियां मिलीं। यह शराब चार युवकों द्वारा सरहदी जिलों में बेचने ले जायी जा रही थी। पुलिस ने सभी को कोर्ट पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार देर रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पुरानी इटारसी की अंग्रेजी शराब दुकान से बैतूल की तरफ जा रही मारुति कार का पीछा कर सीपीई गेट के पास नाकाबंदी करके रोका, कार में सवार चार युवक जिसमें कार चालक बब्लेश पिता दुलीचंद यादव, कुलदीप पिता रमेश, राजेश पिता चिरौंजीलाल एवं भूपेश पिता महादेव सभी निवासी बैतूल को हिरासत में लिया। कार से तस्करी कर ले जा रही 65 हजार कीमत की आठ पेटी अंग्रेजी शराब जप्त की। युवकों को थाने लाकर पूछताछ करने पर उन्होंने पुलिस को बताया कि वे उक्त शराब को अवैध रूप से बैतूल के आदिवासी क्षेत्र में बेचने ले जा रहे थे। यह कार्य पिछले लंबे समय से शरद बामने के निर्देश पर किया किया जा रहा है। शरद बामने लंबे समय से सरहदी जिलों के गुंडों का गिरोह बनाकर अपना ये अवैध कारोबार संचालित कर रहा है। पूछताछ में सामने आये तथ्यों के आधार पर पुलिस ने शरद बामने को भी गिरफ्तार किया। सभी आरोपियों के विरुद्ध आबकारी एक्ट सहित अन्य धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर प्रकरण का खुलासा किया।
एक सप्ताह से पुलिस की थी नजर
पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले में अवैध शराब विक्रेताओं की धरपकड़ के लिये चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंर्तगत थाना प्रभारी रामस्नेह चौहान को सभी शराब दुकानों के बाहर सादे कपड़ों में पुलिस जवान तैनात कर ऐसी कार्यवाही करने के निर्देश मिले थे, जिसके अंर्तगत पिछले एक सप्ताह से पुलिस के जवान सामान्य वेशभूषा में यहां हो रही संदेहास्पद क्रियाओं पर नजर रखे हुए थे और सूचना मिलने त्वरित कार्यवाही की गयी।
सभी युवक हैं नामजद अपराधी
मामले में गिरफ्तार सभी युवक विभिन्न थानों के नामजद अपराधी है। बब्लेश यादव बैतूल कोतवाली का गुंडा है, साथ ही वह पूर्व में नकली आरटीओ व तहसीलदार बनकर ट्रकों को रोककर लूटपाट जैसी घटनाएं कर चुका है। इसके खिलाफ मध्यप्रदेश सहित महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ एवं आंध्रप्रदेश में भी प्रकरण पंजीबद्ध है। भूपेश भी बैतूल का बदमाश है और इसके खिलाफ भी लूट-मारपीट के अपराध दर्ज हैं। इसी तरह शराब माफिया शरद बामने भी आसपास के क्षेत्रों से आये गुंडे-बदमाश की गैंग बनाकर लंबे समय से उनसे शराब की तस्करी करा रहा है।
शरद ने ली मीडिया की फोटो
जब पुलिस सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करने ले जा रही थी, तब फोटो कवरेज करने गये मीडियाकर्मी के फोटो लेते ही थाने से पुलिस साथ बाहर आया, शरद बामने स्वयं अपने मोबाइल कैमरे से मीडियाकर्मियों ही फोटो लेने लगा, हालांकि इसका किसी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा और पुलिस सख्ती से उसे खींचकर वैन में बैठाकर कोर्ट ले गयी। जहां से सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया।