इटारसी। शहर और गांवों में सट्टा जोरों पर है, यह खबर सोशल मीडिया पर पिछले कई दिनों से वायरल हो रही है और समाचार पत्रों की सुर्खियां भी बन रही है। इस बात से बौखलाकर बुधवार को शहर के एक पत्रकार पर सटोरिया ने न सिर्फ अपने साथियों के साथ हमला किया बल्कि खुद को बचाने के लिए पत्रकार को फंसाने का षड्यंत्र भी रच लिया। पत्रकार संजय शर्मा आर्डनेंस फैक्ट्री रोड पर एक सटोरिया के अड्डे का लाइव कव्हरेज करने गये थे। इस दौरान उन पर हमला किया गया।
वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा बुधवार को दोपहर 12 बजे आयुध निर्माणी रोड पर सट्टा लिखते हुये सटोरियों की खबर करने पहुंचे थे। उस दौरान पथरौटा के एक सटोरिये ने उनके ऊपर जानलेवा हमला किया। सटोरिये ने संजय शर्मा को अपनी पत्नी के माध्यम से फंसाने की भी धमकी दी। किसी तरह से वहां से बचकर वापस आए संजय शर्मा ने पत्रकार साथियों को जब जानकारी दी तो शहर के अनेक पत्रकार पुलिस थाना पथरौटा पहुंचे और उक्त सटोरिये के खिलाफ कार्यवाही करने एसडीओपी उमेश द्विवेदी तथा पथरौटा थाना प्रभारी प्रज्ञा शर्मा को आवेदन दिया। पत्रकारों ने कहा कि यदि सटोरिये के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती है, तो आगे आंदोलन किया जाएगा।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद पगारे, वरिष्ठ पत्रकार जम्मू सिंह उप्पल, विनय मालवीय, शिव भारद्वाज, अनिल मिहानी, रोहित नागे, शैलेष जैन, संजय शर्मा, बसंत चौहान, इंद्रपाल सिंह, मंगेश यादव, अखिलश पाराशर, अजय दुबे, प्रदीप तिवारी, कुशल नवथले, पुनीत मालवीय, गिरीश पटेल, बलराम मिश्रा, राजेन्द्र मालवीय, तौशीफ, दिलीप पांडे, संजय यादव, दिलीप शर्मा, राकेश पटेल, मनीष ठाकुर, रामबाबू अहिरवार सहित अन्य पत्रकार उपस्थित थे।
ये बोले एसडीओपी
एसडीओपी उमेश द्विवेदी ने सोशल मीडिया पर चल रहे सटोरियों के नाम को नाकाफी बताते हुए पत्रकारों से कहा कि मीडिया इसका खुलासा निष्पक्षता से करे। खबरें ऐसी चल रही हैं जैसे केवल ग्रामीण अंचल में ही सट्टा चल रहा है। उन्होंने मीडिया को बताया कि वे सभी थानेदारों को पत्र भेज चुके हैं कि केवल एजेंट्स पर नहीं बल्कि खाईबाजों पर भी कार्रवाई करें। इसकी रिपोर्ट वे पुलिस अधीक्षक को भी भेज चुके हैं। रही बात सटोरियों पर कार्रवाई की, तो यह सतत चल रही है।