इटारसी। मुस्कान केन्द्र के पीछे स्थित झुग्गी क्षेत्र में बने एक मकान में आग लगने से हजारों रुपए का सामान जलकर राख हो गया। घटना गैस सिलेंडर के आग पकड़ लेने से होना बतायी जा रही है। मौके पर करीब एक घंटे तक गैस सिलेंडर में आग जलती रही। लेकिन, मोहल्ले के किसी भी व्यक्ति ने आग बुझाने की हिम्मत नहीं जुटायी। आग से घर में रखी एक बाइक, किचिन में रखा फ्रिज और अलमारी का सामान जलकर राख हो गया।
लगभग डेढ़ घंटे के बाद एक दमकल कर्मी की सूझबूझ से आग पर काबू पाया गया। आग यहां रहने वाली सीता चौधरी नामक महिला के घर में लगी थी। सीता चौधरी का कहना है कि उनके बेटे नीतेश चौधरी ने गैस चूल्हा जलाने का प्रयास किया और रेग्युलेटर के पास अचानक आग भड़क गयी। इसके बाद आनन-फानन में सभी घर से बाहर भागे। आग की सूचना के बाद मोहल्ले के लोग एकत्र हो गये लेकिन गैस सिलेंडर से रिसती गैस और उसमें लगी आग देखकर किसी ने आगे बढ़कर आग बुझाने की हिम्मत नहीं जुटायी।
सूचना पर पहुंची दमकल
आग की सूचना मिलने पर सीएमओ चंद्रप्रकाश राय ने तत्काल फायर बिग्रेड को भेजा लेकिन संकरी गली होने से दमकल वाहन वहां तक नहीं पहुंच सका। फिर टैंकर को बुलाया लेकिन टैंकर आने से पूर्व एक दमकल कर्मी ने भीगा हुआ बोरा और कपड़ा की मदद से सिलेंडर की आग पर काबू पाया। हालांकि करीब एक घंटे लगी आग से घर में रखी एक मोटर सायकिल, किचिन का सारा सामान जलकर राख हो गया।
इन लोगों ने किये प्रयास
आग लगने की सूचना मिलने पर उपनिरीक्षक देवीलाल पाटीदार के साथ पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा तो समाजसेवी मनीष ठाकुर भी पहुंचे। इस दौरान बिजली विभाग के शहर प्रबंधक डेलन पटेल को खबर मिली तो उन्होंने लाइनमेन को भेजकर सबसे पहले उक्त कमान की बिजली काटी। इसके बाद सिलेंडर बुझने पर मोहल्ले के लोगों ने पानी डालकर घर में लगी आग बुझायी। मकान का एक दरवाजा पूरी तरह से जलकर राख हो गया।
गरीब है पीडि़त परिवार
सीता चौधरी ने बताया कि उसका मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बना है। वह खुद लोगों के यहां काम करके परिवार चलाती है। रात करीब 8 से सवा आठ के बीच हुई इस घटना ने उसे पूरी तरह से तोड़कर रख दिया है। सीता का कहना है कि मुश्किल से मोटर सायकिल ली थी, फ्रिज लिया था, अलमारी में कुछ नगदी रखी थी, सबकुछ आग की भेंट चढ़ गया। अब इससे उबरने में कई साल लग जाएंगे।