इटारसी। शहर स्वच्छता सर्वेक्षण की परीक्षा दे रहा है। स्वच्छता का परीक्षण करने टीमें आना प्रारंभ हो गयी हैं। कई शहरों में टीमें सर्वे कर चुकी हैं। इटारसी नगर पालिका ने भी अपनी ओर से लगभग वे सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं, जिनका स्वच्छता टीम को परीक्षण करना है। स्वच्छता सर्वेयर घर-घर जाकर भी लोगों से कुछ सवाल करेंगे। माना जा रहा है कि एक वार्ड में कम से कम पंद्रह लोगों से बातचीत की जाएगी। थ्री आर की कसौटी पर शहर की स्वच्छता को परखा जाएगा।
क्या है थ्री आर (रिड्यूज, रियूज और रिसायकिल)
थ्री आर का मतलब है, कम करना, पुन: उपयोग करना, और पुनर्चक्रण करना। यह एक सिद्धांत है जिसका मकसद अपशिष्ट को कम करना और संसाधनों का संरक्षण करना है। थ्री आर के सिद्धांतों को अपनाने से अपशिष्ट कम होता है। इससे प्राकृतिक संसाधनों, ऊर्जा, और लैंडफि़ल की जरूरत कम होती है। इससे भूमि और धन की बचत होती है, इससे ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन कम होता है, इससे टिकाऊ और परिपत्र अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है।


नगर पालिका की तैयारी
बाजार में डस्टबिन लगाये गये हैं। ये डस्टबिन खासकर राहगीरों के लिए हैं, लेकिन दुकानदार इनमें कचरा नहीं डाल सकते। क्योंकि दुकानदारों को स्वयं डस्टबिन रखना अनिवार्य है, जिसमें वे कचरा एकत्र करेंगे और फिर नगर पालिका की कचरा गाड़ी आने पर उसमें डालेंगे। राहगीर जो बाजार में चीजें खरीदकर कचरा फैंकते हैंं, उनके लिए ये छोटे डस्टबिन लगाये जाते हैं, जैसे आइसक्रीम का रैपर, पाउच का रैपर आदि। दुकानदारों के लिए कचरा वाहन चल रहे हैं।

शौचालय का रंग रोगन, मरम्मत
नगर पालिका ने सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों में रंग-रोगन करके उसमें स्वच्छता संबंध संदेश भी अंकित कराये हैं। इसके अलावा शौचालय में कहीं मरम्मत की जरूरत है, तो उसे ठीक किया है। रैंप लगाये हैं, बच्चों के मुताबिक काम कराया है। दिव्यांगों की सुविधा के अलावा पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था और सफाई के लिए काम किया है। स्वच्छता सर्वेयर इन सारी चीजों का भी परीक्षण करेंगे और उसी के आधार पर नगर पालिका को नंबर दिये जा सकेंगे।

कुछ अन्य तैयारियां
नगर पालिका ने कबाड़ से जुगाड़ के अंतर्गत अटल पार्क में कबाड़ के लोहे से शेर, टायरों और लोहे से तोप बनायी है तो वाचनालय में भी टायरों से बैंच-कुर्सियां आदि तैयार की हैं। पुरानी इटारसी में नालों में लोग कचरा न डालें इसके लिए कई स्थानों पर जालियां लगायी गई हैं। जिलवानी में कचरा डंपिंग स्थल पर बैंच लगायी हैं तो यहां गीला और सूखा कचरा अलग-अलग किया जा रहा है। दावा है कि एमआरएफ सेंटर पर बेहतर कार्य किया जा रहा है।
इनका कहना है…
स्वच्छता सर्वेक्षण के मुताबिक हमारी तैयारी पूरी है, टीम आएगी और लोगों से भी फीडबैक लिया जाएगा। हमने सर्वे में बेहतर स्थान पाने के लिए काफी मेहनत की है, उम्मीद है हमें अच्छे अंक हासिल करके बेहतर स्थान मिलेगा।
मयंक अरोरा, सब इंजीनियर,
नोडल अधिकारी स्वच्छता विभाग