पत्र लिखे जवाब न आने पर, कार्यवाही की जाएगी
होशंगाबाद। नर्मदापुरम् संभाग कमिश्नर उमाकांत उमराव ने कमिश्नर कार्यालय के सभी अधिकारियों व अधिनस्थ कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि वे पहले समस्याओ के निराकरण की जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखे, संबंधित अधिकारी से जवाब न आने पर उन्हें रिमाइंडर पत्र लिखे, इसके पश्चात भी जवाब ना आने पर सीधे डीओ लेटर लिखकर संबंधित अधिकारी व कर्मचारियो के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही कराना सुनिश्चित कराए। कमिश्नर श्री उमराव बुधवार को समयसीमा की संभागीय समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने लंबे समय से प्राप्त प्रकरणो में अब तक उचित समाधान कारक कार्यवाही ना होने पर सख्त नाराजगी जाहिर की। कमिश्नर ने विभिन्न समस्याओं के निराकरण की धीमी गति पर गहरा असंतोष व्यक्त किया और बैठक में ही कार्य प्रणाली में कोई सुधार न कर कर्तव्य पालन में लापरवाही बरतने वाले कमिश्नर कार्यालय के सहायक ग्रेड-2 हरगोविंद रघुवंशी एवं सहायक ग्रेड-3 साजिद खान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया साथ ही निलंबन अवधि में श्री रघुवंशी का मुख्यालय जनपद पंचायत बाबई व साजिद खान का मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय निर्धारित किया। कमिश्नर श्री उमराव ने सभी संबंधित अधिकारियो को निर्देशित किया कि वे यह सुनिश्चित करे कि यदि उनके द्वारा दिए गये शोकॉज नोटिस के जवाब समयसीमा में नही आ रहे है तो संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही करने के लिए फाईल उन्हे पुटअप की जाए। कमिश्नर ने कहा कि डीओ लेटर के पालन प्रतिवेदन का विशेष तौर से ध्यान दिया जाए जो 3 माह से अधिक समय से लंबित हैं। उन्होंने समयसीमा की बैठक में संभाग के बैतूल, हरदा, होशंगाबाद जिले में लंबित सीमांकन, बंटाकन के प्रकरणो के लिए संबंधित कलेक्टर को पत्र लिखने एवं उसकी कापी संबंधित एसडीएम को देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी यह सुनिश्चित करे कि समस्या व शिकायत जिस अधिकारी व विभाग से संबंधित होगी उसे ही पत्र लिखा जाए। उन्होंने सभी बैठको में दिए जाने वाले निर्देशो की प्रोसेडिंग बनाने के भी निर्देश दिए।
कमिश्नर श्री उमराव ने बैठक में सभी अधिकारी व कर्मचारियों से कहा कि यदि किसी जांच प्रकरण में पालन प्रतिवेदन प्राप्त नही होता है या पालन प्रतिवेदन स्पष्ट नही होता है तो संबंधित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। कमिश्नर ने बैठक में लिपिको को अपनी छवि सुधारने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लिपिक कभी यह संदेश ना देवे कि उनके ना रहने से कोई फर्क नही पड़ेगा अपितु वे मेहनत व ईमानदारी से कार्य कर अपनी एक अलग छवि बनाए। श्री उमराव ने बैठक में स्थानीय सलाहकार समिति की बैठक अतिशीघ्र ही कराए जाने, पैरामेडिकल संस्थाओं का निरीक्षण करने, न्यायालय की फाइलो को कम्प्यूटरीकृत करने के निर्देश दिए। बैठक में एडिशनल कमिश्नर आर.के.मिश्रा, संयुक्त उपायुक्त विकास राजेन्द्र सिंह, उपायुक्त राजस्व संतोष वर्मा तथा सभी संबंधित शाखा के कर्मचारीगण मौजूद थे।