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यूरिया (Urea) वितरण में 4 हजार बोरी का घोटाला

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– कई किसानों ने दो-दो स्थानों से ले लिया यूरिया

– कुछ किसान रजिस्टर में दर्शित गांव में रहते नहीं है

– केवल तीन माह के वितरण में किया यह घोटाला

इटारसी। मार्फेड गोदाम खेड़ा इटारसी (Marfed Godown Kheda Itarsi) से यूरिया वितरण (Urea Distribution) में लगभग चार हजार बोरियों का घोटाला सामने आया है। एसडीओ राजस्व एमएस रघुवंशी (SDO Revenue MS Raghuvanshi) ने जांच रिपोर्ट अपर कलेक्टर होशंगाबाद को प्रेषित कर दी है। जांच में 22 किसानों को शामिल किया है और उनके कथन दस्तावेज जांचे और स्थल जांच की तो अनियमितता सामने आयी है। प्रथम दृष्टया वरिष्ठ सहायक और गोदाम प्रभारी रामसिया गुप्ता दोषी पाये गये हैं। गड़बड़ी का आलम यह है कि इसमें न सिर्फ अधिकारी बल्कि कुछ किसान भी प्रथम दृष्टया दोषी पाये गये हैं जिन्होंने मार्फेट और और एमपी एग्रो दोनों जगह से यूरिया खरीदी है।

जांच के दौरान पाया गया है कि पीओएस मशीन से 5416 बोरी यूरिया का विक्रय किया जबकि किसान ने कुल खरीदी 1504 बोरी की है। इस तरह से पात्रता से 3503 बोरी अधिक है। वास्तविक खरीदी और पीओएस मशीन में दर्ज बोरियों की संख्या में भी 1532 बोरियों का अंतर सामने आया है। एसडीओ राजस्व एमएस रघुवंशी का कहना है कि लगभग चार हजार बोरी का घपला है। कुछ किसान भी प्रथम दृष्टया दोषी पाये गये हैं जिन्होंने दो-दो स्थानों से यूरिया क्रय किया है। खास बात यह है कि यह सारा घोटाला केवल इन तीन माह में हुई यूरिया वितरण का है, इससे पहले भी ऐसा हुआ होगा, यह भी जांच हुई तो बड़ा गोलमाल सामने आ सकता है।

ये अनियमितताएं सामने आयीं
– विक्रय रजिस्टर एवं बिल बुक में विधिवत नियमों का पालन न करते हुए किसानों के हस्ताक्षर नहीं लिए और प्रस्तुत दस्तावेजों की जानकारी नहीं दर्ज है
– शासन के निर्देशों के विपरीत भूमिहीन व्यक्तियों को भी यूरिया विक्रय किया गया है।
– जिले के बाहर वाले व्यक्तियों को भी यूरिया विक्रय किया है, शासकीय विक्रय केन्द्रों से सिर्फ जिले के कृषकों को ही विक्रय किया जाना था।
– पीओएस मशीन से एक ही मात्रा (100 बोरी) के बिल कई बार काटे गये हैं। प्रथम दृष्टया अनियमितता प्रदर्शित होती है।

निरीक्षण टीम में ये थे
बीएस राजपूत (BS Rajput), वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी केसला
आरएल जैन (RL Jain), वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी होशंगाबाद
अर्चना परते (Archna Parte) स.सं.कृषि होशंगाबाद
रीता उईके (Reeta Uikey) उपसंचालक होशंगाबाद

ऐसे चला वितरण का खेल
– जो पात्रता थी, उससे कई गुना अधिक वितरण
– जो भूमिहीन हैं, उनके नाम से भी किया वितरण
– जिसने यूरिया नहीं ली, उसका नाम भी दर्ज है
– जिस गांव का किसान दर्शाया वह वहां का नहीं है

इनका कहना है…
जांच प्रतिवेदन अपर कलेक्टर को प्रेषित कर दिया है। इसमें गोदाम प्रभारी की अनियमितता तो सामने आयी ही है, कुछ किसान भी ऐसे मिले हैं जिन्होंने दो-दो जगह से यूरिया प्राप्त की है। अभी उनकी भी जांच की जा रही है। अभी करीब चार हजार बोरी यूरिया की गड़बड़ी सामने आयी है।
एमएस रघुवंशी,(MS Raghuvanshi, SDO Revenue Itarsi)

भाकिसं ने एसडीएम को दी बधाई
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भारतीय किसान संघ (Bhartiya Kisan Sangh) के प्रतिनिधिमंडल ने यूरिया वितरण केन्द्र पर अनियमितताएं उजागर करने पर एसडीओ राजस्व एमएस रघुवंशी को बधाई दी है। भाकिसं के जिला प्रवक्ता रजत दुबे ने कहा कि एसडीओ की इस किसान हितैषी कार्यवाही से अवश्य ही भ्रष्टाचारियों के हौसले परास्त होंगे। इस मामले में जिनकी भी संलिप्तता है, उन्हें दंडित करना भी आवश्यक है। इसके अलावा संघ ने विगत माह आयी बाढ़ से पाहनवर्री में हुए नुकसान पर प्रभावित किसानों को अन्यत्र स्थान पर कॉलोनी बनाकर विस्थापित करने की मांग की, जिन किसानों के खेत बाढ़ में बह चुके हैं उन्हें भी खेती करने के लिए अन्यत्र स्थान पर जमीनें देने की भी मांग की। प्रतिनिधिमंडल में तहसील अध्यक्ष श्रीराम दुबे, जिला उपाध्यक्ष मोरसिंह राजपूत, तहसील उपाध्यक्ष श्यामशरण तिवारी, जगदीश कुशवाह, सरदार यादव, सुनील चौहान आदि थे।

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