होशंगाबाद। काले फंगस के संक्रमण को चिकित्सीय भाषा में (Invasive Mucormycosis) के नाम से जाना जाता है। ये एक फंगल संक्रमण से उत्पन्न रोग है जो सामान्य तौर पर कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले रोगियों में दिखाई देता है। अभी तक प्रदेश में 50 लोगों में इसके संक्रमण की पुष्टि हुई है। कोविड- 19 के बढ़ते संक्रमण के साथ-साथ कोरोना से संक्रमित मरीज / कोरोना से ठीक हो चुका व्यक्ति / कोरोना के संदिग्ध मरीजों में ब्लैक फंगस संक्रमण का प्रभाव दिख रहा है। हवा या पानी में मौजूद फंगस के कण रोगी के नाक, मुख, दांत, आंख एवं गंभीर स्थिति में दिमाग सहित शरीर के कई हिस्सों को भी संक्रमित कर सकता है। समय पर संक्रमण की पहचान एवं इलाज न होने पर ये जानलेवा भी हो सकता है। यह संक्रमण अनियंत्रित डायबिटीज, गुर्दा एवं सांस संबंधी बीमारियों का इलाज करा रहे मरीज, कैंसर रोगी, अन्य अंग प्रत्यारोपण के रोगियों में पाया जा रहा है। काले फंगस का संक्रमण न केवल नाक, आंख, मुख में हो सकता है बल्कि यदि सावधानी न बरती जाये तो यह दिमाग, फेफड़ों एवं आंतों को भी संक्रमित कर सकता है।
ब्लैक फंगस संक्रमण (Invasive Mucormycosis) के अन्य लक्षण
■ नाक बंद होना
■ नाक से काले रंग का डिस्चार्ज होना
■ नाक के आस-पास गालों की हड्डियों में दर्द होना
■ चेहरे में दर्द, सुत्रपन एवं सूजन आना
■ लगातार सिरदर्द होना
■ दातों में दर्द और दातों का जड़ों से हिलना, जबड़े में दर्द होना
■ आंखों में दर्द के साथ धुंधला दिखना, बुखार आना एवं शरीर में नील पड़ना
■ सीने में दर्द, सांस लेने में दर्द होना, फेफड़ों में पानी भरना, खून की उल्टी होना
■ मुंह से बदबू आना
■ मानसिक भ्रम होना
क्या रखें सावधानी?
1 कोरोना से संक्रमित मरीज / कोरोना से ठीक हो चुका व्यक्ति / कोरोना के संदिग्ध मरीज अपने डायबिटीज की प्रतिदिन निगरानी करें एवं उसपर उचित नियंत्रण रखें।
2 डॉक्टर की सलाह पर Steroid ले रहे मरीज भी अपने शरीर में शुगर की मात्रा की प्रतिदिन निगरानी करें।
3 किसी भी स्थिति में Steroid एव Broad Spectrum Antibiotics का अनावश्यक एवं जनस जनरअनुचित सेवन न करें।
4 ऑक्सीजन के रोगी, उपयोग के दौरान Humidifier 20 Bottle में Sterile/ Distilled Water का उपयोग करें एवं नियमित रूप से पानी को बदलते रहें।
5 मरीजों के लिए उपयोग होने वाला ऑक्सीजन मास्क, कैनुला आदि को नियमित रूप से सेनेटाइज करें और जरुरत अनुसार बदलते रहें।
6 अस्पताल में भर्ती कोविड मरीजों में संक्रमण के नियंत्रण के लिए तय प्रोटोकॉल का पालन करें।