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Video : दो दिव्यांग जिनके सुरीले गीतों ने जीता संगीप्रेमियों का दिल

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इटारसी। आंध्रप्रदेश (Andra Pradesh) के रहने वाले दो दिव्यांग कलाकारों के सुरीले गीतों ने इस सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के शहर में संगीतप्रेमियों का दिल जीत लिया। इन कलाकारों ने हिन्दी फिल्मों के गीत शहर के चौक-चौराहों पर गाकर न सिर्फ आमजन बल्कि शहर के कई गीत गाने वालों को अपनी ओर खींच लिया।

दोनों पति-पत्नी की दृष्टि कमजोर है, लेकिन आवाज और गायकी में वह जादूगरी है, कि आसपास से गुजरने वाले बिना रुके, उनका गीत सुने वहां से जा नहीं पाते हैं। वे पिछले कुछ दिनों से इस जिले में हैं और आज उनका इटारसी में डेरा था। उनका कहना है कि वे धर्मशाला में रुके हैं। वे भीख नहीं मांगते, केवल गीत गाते हैं और एक डिब्बा उनके पास रखा रहता है, जिनको उनके गीत पसंद आते हैं, लोग उनकी आर्थिक मदद करने की मंशा से उसमें पैसा डालते हैं।

अपना साउंड सिस्टम (Sound system) लिए ये करा ओके ट्रैक पर गीत गाते हैं। इनकी गायकी ऐसी है कि इनके आसपास बड़ी संख्या में संगीतप्रेमी जुट जाते हैं। कलाकार लक्ष्मण का कहना है कि वे और उनकी पत्नी अनुराधा हिंदी फिल्मों के गीत पसंद करते हैं। किशोर कुमार, मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर सहित अन्य फिल्मी गीत गाते हैं।

उन्होंने कहा कि यही उनकी आमदनी का जरिया है, जिससे पेट भरते हैं। हालांकि कभी तो अच्छी रकम मिल जाती है और कभी बहुत कम रुपए मिलते हैं। हालांकि वे संतुष्ट हैं, जो मिलता है उससे।

पत्नी अनुराधा का कहना है कि उनकी शादी 8 साल पहले हुई थी और घर में माता-पिता हैं, लेकिन दोनों को आंखों से कम दिखता है। अपनी गुजर-बसर करने उन्होंने भीख मांगने की जगह अपनी कला के जरिए पैसा कमाने का निर्णय लिया और चल पड़ा गीतों का यह सफर। वे मध्य प्रदेश के पहले महाराष्ट्र में भी कई शहरों में घूम कर अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं। मध्यप्रदेश में वे पहली बार भोपाल, नर्मदापुरम और इटारसी पहुंचे हैं।

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