इटारसी। प्राइवेट स्कूलों के संगठन सोपास (Sopas, Itarsi) के इटारसी ब्लॉक ने सभी स्कूल संचालकों से आग्रह किया है कि अपने संस्थाओं में यूनिट टेस्ट (Unit Test), तिमाही व छमाही परीक्षा या तो सभी धर्मों के प्रमुख त्योहारों से पहले रख लें या फिर इन त्योहारों के बाद आयोजित करें, जिससे सभी बच्चे अपने धर्म व संस्कारों से भी जुड़े रहें और विद्यालयों की हर गतिविधियों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकें।
सचिव लोकेंद्र साहू (Lokendra Sahu) ने कहा कि चूंकि स्कूली बच्चों को प्रतिदिन स्कूल में उपस्थित होना भी जरूरी होता है परंतु अपने धर्म के रीति रिवाजों से दूर होते जा रहे हैं। इसके कारण उनमें अच्छे-बुरे, सही -गलत की पहचान व नैतिकता की कमी देखने को मिल रही है। कोषाध्यक्ष प्रशांत चौबे (Prashant Choubey) का कहना है कि सभी धर्मों में बच्चों को संस्कारित रहने व नैतिकता की शिक्षा दी जाती है और यही कार्य शिक्षा के मन्दिर-विद्यालयों में भी किया जाता है।
अत: सभी की कोशिश है कि बच्चों के बौद्धिक विकास के साथ साथ नैतिक व आध्यात्मिक विकास भी बना रहे। सोपास ब्लॉक अध्यक्ष नीलेश जैन (Nilesh Jain) ने बताया कि इस सुझाव को सभी स्कूलों संचालकों द्वारा सहर्ष स्वीकार किया जा रहा है व पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है। इस सुझाव पर शिव भारद्वाज, जाफर सिद्दिकी, आलोक गिरोटिया, घनश्याम शर्मा, नटवर पटेल, मनोज पटेल, रमेश प्रधान, आरती जायसवाल, रेशमा भाटिया, आरके गौर, अनुराग दीवान, दीपक जैन, अजीत जैन, मनीष जैन का भी समर्थन रहा।