कोतवाली पुलिस ने किया 48 घंटों में गोलीकांड का किया खुलासा

Post by: Rohit Nage

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नर्मदापुरम। पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरकरण सिंह (Superintendent of Police Dr. Gurkaran Singh) के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशुतोष मिश्रा (Additional Superintendent of Police Ashutosh Mishra) तथा अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) नर्मदापुरम पराग सैनी (Sub-Divisional Officer (Police) Narmadapuram Parag Saini) के निर्देशन में पुलिस टीम (Police Team) थाना कोतवाली द्वारा 48 घंटों में गोली कांड करने वालों को गिरफ्तार करने में प्राप्त की सफलता।

सोमवार को हआ था गोलीकांड

कोठी बाजार (Kothi Bazaar) स्थित गोरी सेठ की होटल के सामने गोलीकांड (firing incident) हुआ है। पुलिस को सूचना मिली थी कि किसी व्यक्ति पर कुछ लोगों ने गोली चलाई है। सूचना पर एसपी डॉ. गुरकरण सिंह, एसडीओपी पुलिस पराग सैनी, थाना प्रभारी थाना कोतवाली सौरभ पांडे तत्काल पहुंचे मौके पर। फरियादी सुरेन्द्र सिंह (Surendra Singh) पिता तुलसीराम राजवंशी (Tulsiram Rajvanshi) जाति कुचबंदिया उम्र 37 साल निवासी हिरणखेडा थाना सिवनी मालवा (Seoni Malwa) हाल निवास नारियल खेड़ा थाना गौतम नगर भोपाल (Bhopal) ने बताया कि उस पर आरोपी निक्की उर्फ रामसागर, जगवीर अर्जुन, सुधीर, विक्रम राजवंशी ने जान से मारने की नीयत से पिस्टल से हमला किया है। घायल को तत्काल जिला अस्पताल नर्मदापुरम इलाज हेतु रवाना किया। घायल सुरेन्द्र ने बताया कि 11 सितंबर 2023 को वह अपनी कार से नर्मदापुरम कोर्ट (Narmadapuram Court) पेशी करने आया था। न्यायालय में पेशी नहीं होने से अपनी कार से दीदी विनीता के घर बालागंज जा रहा था कि करीब 03 बजे दोपहर गौरी सेठ की नाश्ते की दुकान के सामने रोड पर पहुंचा कि पीछे कोर्ट तरफ से स्विफ्ट ड्रिजायर कार से निक्की और उसके साथियों ने पुरानी जमीनी विवाद को लेकर कार से उतरकर जान से मारने की नीयत से मेरे उपर गोलियां चला दी।

थाना कोतवाली नर्मदापुरम में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। एसपी डॉ. गुरकरण सिंह ने घटना की गंभीरता को देखते हुए एएसपी आशुतोष मिश्रा एवं एसडीओपी पराग सैनी के नेतृत्व में थाना कोतवाली में 02 टीमों का गठन उक्त अपराध की विवेचना एवं आरोपियों की तलाश एवं सीसीटीव्ही फुटेज के लिये गठित की गयी। उक्त गठित टीमों में सीसीटीव्ही अवलोकन पर ग्रे कलर की स्वीप्ट कार एमपी 37-सी 5703 पाया। घटना स्थल के आसपास के सीसीटीव्ही फुटेज देखने पर कार की पीछे वाली सीट से उतर कर गोली चलाने वाले व्यक्तियों की पहचान निक्की उर्फ रामसागर पिता स्व. मूलचंद राजवंशी उम्र 28 साल निवासी बालाजी मंदिर के पास गांधीनगर इटारसी एवं अमन जैन पिता अजय जैन उम्र 22 के रूप में की गयी। तत्काल थाना कोतवाली नर्मदापुरम की गठित टीम द्वारा आरोपी निक्की को गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर निक्की ने बताया कि उसके बड़े भाई सुशील राजवंशी की हत्या तुलसीराम के लड़के सुरेन्द्र एवं उसके भाईयों ने की थी। इसी संबंध में 11 सितंबर 2023 को नर्मदापुरम में सुरेन्द्र की कोर्ट पेशी थी।

निक्की एवं निक्की के दोस्त अमन जैन, संदीप मांझी पिता हरिशंकर मांझी उम्र 33 साल निवासी बुधनी (स्वीफ्ट ड्रिजायर का चालक), नीरज उर्फ पप्पू तिवारी, निक्की का भांजा सूरज एवं उसके दोस्त ने सुरेन्द्र को जान से खत्म करने की योजना बनायी। निक्की के भांजे सूरज एवं उसके दोस्त सफेद कलर की फोर्ड कार से सुरेन्द्र की रैकी कोर्ट के आस पास घूमकर कर रहे थे। तथा नीरज उर्फ पप्पू तिवारी कोर्ट के बाहर सुरेन्द्र की रैकी कर रहा था। करीब 02.30 बजे फरियादी सुरेन्द्र अपनी कार से गोरी सेठ की होटल के सामने कार से उतर कर मोबाईल पर बात कर रहा था, तभी पीछे से स्वीफ्ट कार से निक्की और निक्की का दोस्त अमन, जो कि गाड़ी की पीछे वाली सीट पर बैठे थे तथा संदीप गाड़ी चला रहा था ने गाड़ी सुरेन्द्र के पास चलती गाड़ी से निक्की ने पीछे से गोली चलाई तथा आगे बढ़ गये फिर संदीप ने गाड़ी वापस पलटा कर गाड़ी सुरेन्द्र के पास खड़ी कर दी फिर निक्की और अमन ने गाड़ी से उतर कर पुन: कई गोलियां चलाई। फिर निक्की, अमन एवं संदीप एवं निक्की का भांजा सूरज एवं उसका दोस्त अलग अलग गाडिय़ो से शहर के बाहर चले गये।

थाना कोतवाली नर्मदापुरम की गठित टीम द्वारा आरोपी अमन जैन एवं संदीप को गिरफ्तार किया। जिनसे पूछताछ कर मेमोरेंडम के आधार पर एवं आरोपी निक्की उर्फ रामसागर, अमन जैन एवं संदीप से घटना में प्रयुक्त हथियार देशी हेंड मेड कट्टानुमा पिस्टल एवं ग्रे रंग की स्वीफ्ट ड्रिजायर कार एमपी 37 सी 5703 जब्त की। तीनो आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया है एवं बाकी फरार आरोपियों की थाना कोतवाली नर्मदापुरम पुलिस टीम द्वारा तलाश की जारी है। गोली कांड का खुलासा करने में थाना प्रभारी कोतवाली सौरभ पांडे, एसआई शरद बर्डे, सूरत लाल मालवीय, डीएल विश्वकर्मा, विपिन पाल, सुखनंदन नर्रे, एएसआई दिनेश मेहरा, प्रधान आरक्षक विशाल भदौरिया, दिनेश ऊईके, अरविन्द, संजीव, चालक पावेल मसीह, आरक्षक जीतेन्द्र राजपूत, राजकुमार झपाटे, राजेश चौहान, आशीष राजपूत, शैलेन्द्र यादव, संदीप यदुवंशी, अभिषेक (सायबर सेल), चेतन नरवेर, अतुल गुर्जर (सीसीटीव्ही कंट्रोल रूम) की मुख्य भूमिका रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस महा निरीक्षक ने उक्त टीम को इनाम की भी घोषणा की है।

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