माखन दादा की कर्मभूमि हिरनखेड़ा का भ्रमण कर विद्यार्थियों ने जाना स्वराज का अर्थ

Post by: Rohit Nage

सिवनीमालवा। शासकीय कुसुम महाविद्यालय (Government Kusum College) के हिन्दी विभाग के विद्यार्थियों ने माखनलाल चतुर्वेदी (Makhanlal Chaturvedi) की कर्मभूमि हिरनखेड़ा (Hirankheda) का शैक्षणिक भ्रमण किया। भ्रमण दल का स्वागत ग्राम पंचायत की सरपंच अमृता लिटोरिया (Amrita Litoria) एवं युवा समाजसेवी आशुतोष लिटोरिया (Ashutosh Litoria) ने मंगल भवन में पुष्प माला एवं रोली लगाकर किया।

मंगल भवन में माखनलाल चतुर्वेदी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर गोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ माखनलाल चतुर्वेदी एवं महात्मा गांधी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार रघुवंशी (Dr. Rajesh Kumar Raghuvanshi), सरपंच अमृता लिटोरिया एवं ग्राम के गणमान्य नागरिकों ने किया। गोष्ठी का संचालन आशुतोष लिटोरिया ने किया। गोष्ठी में हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. रमाकांत सिंह (Prof. Ramakant Singh), डॉ. प्राची सिंह (Dr. Prachi Singh) ने माखनलाल चतुर्वेदी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। छात्रा अर्चना यदुवंशी (Archana Yaduvanshi) ने पुष्प की अभिलाषा का वाचन किया।

वरिष्ठ पत्रकार विजय ठाकुर (Vijay Thakur) ने माखनलाल चतुर्वेदी के द्वारा हिरनखेड़ा में चलाय प्रकल्प आवासीय विद्यालय सेवा सदन की विशेषताएं, क्रान्तिकारी गतिविधियों, साहित्य सृजन एवं ऐतिहासिक पृष्टिभूमि पर विस्तार से प्रकाश डाला। अध्यक्षीय उद्वोधन में प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार रघुवंशी ने शैक्षणिक भ्रमण के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए पर्यावरण परिस्थितिकी तंत्र को बचाने का आव्हान विद्यार्थियों एवं उपस्थित नागरिकों से किया। कार्यक्रम में बृजमोहन गौर, कमल किशोर गौर, शेख जमीर, नितेश गौर, ऋषभ गौर, देवेंद्र लौवंशी, शास उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य राकेश साहू, श्यामलाल चौहान, मुकेश गौर, विपत भारती, रजत सोनी, संजय गोस्वामी, विद्यार्थी एवं ग्रामीण नागरिक उपस्थित रहे। संगोष्ठी के पश्चात माखनलाल चतुर्वेदी का आवासीय विद्यालय, स्वराज बगीचा की कर्मभूमि एवं प्रसिद्ध गोमुखी तालाब का भ्रमण किया।

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