नर्मदापुरम। गोल्डल सिलीकॉन सिटी पंच कुण्डीय गायत्री यज्ञ के प्रथम दिन सैंकड़ों लोगों ने गायत्री मंत्र की आहूतियां दीं। यज्ञ प्रात: 7 बजे प्रारंभ हुआ शांतिकुंज हरिद्वार के प्रतिनिधि रघुनाथ हजारी ने यज्ञ की महिमा पर प्रकाश डालते हुये कहा कि यज्ञ में दी आहूतियों से देवता एवं पितृ प्रसन्न होकर आपके मित्र बन जाते हैं जिससे आपके रुके हुये सभी कार्य होते हुये चले जाते हैं।
हमारे जीवन में देवत्व का विकास एवं धरती पर स्वर्ग का वातावरण इन्हीं यज्ञों के आयोजन से होता है। गायत्री सद्बुद्धि की देवि है गायत्री मंत्र के जाप से व्यक्ति में सद्बुद्धि एवं घर में सुमति का वातावरण बनता है। श्री हजारी ने कहा कि जगत के तिमिर को दूर करने के लिये हमें घर-घर ज्ञान की ज्योति जलाना होगा, इसके लिये पूज्य गुरूदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के साहित्य का अध्यन हमारी दिनचर्या में जोडऩा होगा। रविवार 26 मई को यज्ञ की पूर्णआहूति के साथ भी कराये जायेंगे जिसमें दीक्षा, पुसवन, विद्यारंभ, नामकरण आदि संस्कार कराये जायेंगे। श्री हजारी ने सभी श्रद्धालुओं से 26 मई को भी आने की अपील की है।