नर्मदा परिक्रमावासियों के ठहरने, भंडारे के लिए जनसहयोग से बना मेकलसुता आश्रम

Rohit Nage

  • वट वृक्ष के नीचे नर्मदेश्वर महादेव की स्थापना एवं अभिषेक हुआ

इटारसी। साल भर देश-विदेश से नर्मदा परिक्रमा (Narmada Parikrama) के लिए निकलने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने और भोजन प्रसादी की सुविधा के लिए ग्राम भीलाखेड़ी (Village Bhilakhedi) में मेकलसुता आश्रम (Mekalsuta Ashram) का निर्माण किया गया है। इस आश्रम स्थल निर्माण के लिए गांव के भुजबल सिंह सोलंकी (Bhujbal Singh Solanki) एवं जगदीश चौधरी (Jagdish Chaudhary) ने अपनी जगह दान में दी है, इसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से इस आश्रम का निर्माण कराया गया।

इस आश्रम के निर्माण की पहल करने वाले सुरेन्द्र सिंह सोलंकी (Surendra Singh Solanki) ने बताया कि वे नर्मदा परिक्रमा पर गए थे, परिक्रमा के दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं को होने वाली समस्याएं जानीं, इसके बाद उन्होंने निर्णय लिया कि गांव में जनसहयोग से वे आश्रम का निर्माण कराएंगे। सोलंकी एवं चौधरी परिवार ने 80 गुणा 100 की जगह दान में दी। परिसर में एक हाल, प्रसाधन स्थल, किचन, संत निवास के अलावा भगवान शिव मंदिर (Lord Shiva Temple) और राम दरबार (Ram Darbar) की स्थापना की जाएगी।

समिति ने शिव मंदिर तैयार कर लिया है, जल्द ही राम दरबार का काम प्रारंभ होगा। शुक्रवार को परिसर में नर्मदेश्वर महादेव जी का वटवृक्ष के नीचे अभिषेक एवं स्थापना की गई, इस अवसर पर भंडारे का आयोजन भी किया गया। पं. विनय कृष्ण व्यास ने बताया कि नर्मदा तीरे बसे इस जिले से हर साल लाखों परिक्रमा वासी परिक्रमा मार्ग से गुजरते हैं, उनके रुकने और भोजन प्रसादी की सुविधा के लिए गांव में इस आश्रम का निर्माण किया गया है।

सोलंकी ने बताया कि जल्द ही श्रावण माह में यहां रामायण पाठ का आयोजन भी होगा। एक माह यहां अखंड रामायण होगी। शुक्रवार को शिव अभिषेक में बड़ी संख्या में ग्रामीण श्रद्धालुओं ने शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित कर प्रसादी ग्रहण की।

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