विधानसभा अध्यक्ष तथा कृषि मंत्री ने लांच की नरवाई प्रबंधन वेबसाइट
होशंगाबाद। खेती को विकसित करने के लिए नर्मदापुरम् संभाग में नवाचार के तहत आधुनिक सूचना तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। नर्मदापुरम् संभाग के कमिश्नर श्री उमाकांत उमराव ने किसानो को नरवाई के उचित प्रबंधन के लिये भूसा विनिमय वेबसाईट थ्र्द्रद्मड़।थ्र्द्र।दत्ड़।त्द/ठ्ठढ़द्धत्/डण्द्वद्मठ्ठ का निर्माण किया है। इसमें पंजीयन कराके किसानो को अपनी नरवाई को उचित दामो में बेचने का अवसर मिलेगा। गत दिवस इटारसी में आयोजित किसान सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष डा सीताशरण शर्मा तथा कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने इस भूसा विनिमय वेबसाईट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधायक गण जनप्रतिनिधि कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया तथा हजारों किसान उपस्थित रहें।
सम्मेलन में वेबसाईट के संबंध में कमिश्नर श्री उमराव ने बताया कि फसल कटाई के बाद नरवाई किसान के लिये एक समस्या होती है। इससे छुटकारा पाने के लिये किसान उसे जला देते है। इससे वातावरण में प्रदुषण बढता है तथा खेत की मिट्टी के उपयोगी जीवाणु नष्ट हो जाते है। मिट्टी की गुणवत्ता पर विपरीत असर होता है। नरवाई बहुत उपयोगी है। कई उद्योगो में कच्चे माल तथा र्इंधन के रूप में इसकी मांग है। यह दो से तीन रूपये किलो तक बिक जाती है। भूसा विनिमय वेबसाईट में इस संबंध में पूरी जानकारी दी गयी है। किसान इसमें पंजीयन करा के इससे लाभ उठाये। व्यापारी तथा उद्योगपति अपनी जरूरत के अनुसार किसान से संपर्क करेंगे। घर बैठे किसान की नरवाई बिक जायेगी। वेबसाईट किसानो तथा व्यापारियो के लिये संपर्क सेतु का कार्य करेगी।
उन्होने बताया कि वेबसाईट में पंजीयन कराने से किसानो को कई लाभ है। उन्हे नरवाई की समस्या से मुक्ति मिलने के साथ रूपये मिलेंगे। व्यापारियो की आवश्यता के अनुरूप उन्हें नरवाई मिल जाएगी। नरवाई जलाने से पर्यावरण को होने वाली हानि रूकेगी। इससे पर्यावरण तथा खेत दोनो स्वस्थ रहेंगे। किसान की फसल के साथ साथ नरवाई के भी दाम मिलेंगे।