उपचार नहीं मिलने की शिकायत
रो-रो कर बदहवाश हो गए माता-पिता
इटारसी। यहां रेलवे स्टेशन पर आयी 11038 गोरखपुर-पुणे साप्ताहिक एक्सप्रेस के बी-2 कोच में सफर कर रहे एक परिवार के मासूम बच्चे की बीमारी के चलते मौत हो गयी। बच्चे के माता-पिता का कहना है कि उन्होंने बच्चे की तबीयत खराब होने पर टीटीई को खबर करके उपचार दिलाने की बात की लेकिन ट्रेन में कोई डाक्टर भी नहीं था। ट्रेन जब इटारसी आकर रुकी तब भी स्टेशन पर बच्चे को उपचार नहीं मिल सका जिससे उसकी मौत हो गयी।
गोरखपुर-पुणे एक्सप्रेस दोपहर 12:35 बजे इटारसी स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 4 पर आयी थी। सवाल यह है कि जब बच्चे के माता-पिता जितेन्द्र विश्वकर्मा निवासी देवरिया उत्तरप्रदेश ने बताया कि वे अपने करीब दो वर्षीय बच्चे सन्नू और पत्नी पुष्पा विश्वकर्मा के साथ पूना जा रहे थे। पिपरिया तक बच्चा अच्छा खेल रहा था। इसके बाद अचानक तबीयत बिगड़ी और वह बेहोश हो गया। बच्चे की तबीयत खराब होने की सूचना उन्होंने टीटीई को दे दी थी। बताते हैं कि इटारसी स्टेशन पर आने के बाद भी करीब बीस मिनट तक कोई डाक्टर नहीं आया जिससे बच्चे को समय पर उपचार नहीं मिलने से उसकी मौत हुई है। बच्चे की मौत के बाद यात्रियों ने हंगामा कर दिया। बाद में बच्चे के माता-पिता बच्चे को ऑटो से लेकर अस्पताल आए। जितेन्द्र का कहना है कि उसकी पत्नी गर्भवती है और बच्चे की मौत की खबर सुनकर उसका बुरा हाल हो गया। उसकी हालत देखकर ड्यूटी पर मौजूद डॉ. मेहतो को देखने को कहा तो उन्होंने तमाम नियम बताते हुए उपचार करने में देरी की। हालांकि मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों ने उसकी मदद की तब जाकर उसे अस्पताल में भर्ती किया ताकि उसके पेट में पल रहे बच्चे को कोई नुकसान न हो।