इटारसी। शहर ने जनता कर्फ्यू के दौरान शाम को 5 बजे कर्फ्यू के दौरान अपनी ड्यूटी में मुस्तैद वालिंटियर्स का अपने घरों की छतों, बाल्कनी, आंगन और सड़कों पर ताली और थाली बजाकर स्वागत किया। सबसे अधिक महिलाएं और बच्चों ने यह काम किया।
जनता कर्फ्यू में सारा दिन घरों में दुबके बच्चे शाम को थाली और घंटियों के साथ अपने-अपने घरों के बाहर आये और जमकर तालियां बजायीं। इस दौरान उनके माता पिता भी उनके साथ थे और उन्होंने भी ताली, थाली बजाकर पुलिस, प्रेस, चिकित्सा जगत का धन्यवाद ज्ञापित किया।
ग़ांधी वादी विचारक 93 वर्षीय श्री समीरमल गोठी ने तालियां बजा एवं शंखनाद कर कोरोना पीड़ितों की सेवा में लगे स्वास्थ्य कर्मियो एवं डॉक्टरों के प्रति सम्मान प्रदर्शित किया ।
9 अगस्त को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मूलचंद गिरोटिया के निवास पर देश में कोरोना से जनता की सुरक्षा में लगे सभी लोगों का शुक्रिया शंखनाद करके किया गया।
जहाँ एक और विषम पारिस्थियों में अपनी ड्यूटी निभाते सभी लोगों का दीपक जैन अधिवक्ता ने अपने परिवार के साथ स्वागत किया वहीं सराफा बाज़ार में अर्जुन भोला भी अपने परिवार के साथ पीछे नहीं रहे।
छोटे-छोटे बच्चे सेवा कार्य में लगे वालिंटियर्स का स्वागत किया और उनको धन्यवाद दिया।
नारी शक्ति भी आज पीछे नहीं रही उन्होंने छतों और बाल्कनी में जाकर, कॉलोनी में दूरी बनाते हुए सेवा कार्य में लगे वालिंटियर्स का स्वागत किया और उनको धन्यवाद दिया।
शांति धाम में निश्चित लोग ही आएं
आज शांतिधाम गोकुल नगर खेड़ा की दूसरी एडवाइजरी जारी हुई है। शांति धाम में आने वाली अंतिम यात्रा में शामिल नागरिकों से शांतिधाम प्रबंधन ने निवेदन किया है कि जब भी अपने परिजन या अपने शुभचिंतक की अंतिम यात्रा लाएं उसमे भीड़ नहीं लाएं। बहुत कम संख्या में सदस्य आएं सबके मुंह पर मास्क लगे हुए होने चाहिए और सैनिटाइजर साथ लेकर आएं। हालांकि शांति धाम में भी सैनिटाइजर की व्यवस्था है। चिता में जब पंच लकड़ी डालते हैं एक-एक व्यक्ति ही पंच लकड़ी डाले शांति धाम में बैठने की पर्याप्त व्यवस्था है। दूर-दूर बैठें यह व्यवस्था 31 मार्च की सायंकाल 5 बजे तक लागू रहेगी। समिति के अनुरोध को अन्यथा न लें।