वैभव शर्मा से पारिवारिक रिश्ते हैं, व्यावसायिक नहीं : डॉ. शर्मा

* रेत मामले में नाम उछाले जाने पर बोले विधानसभा अध्यक्ष
* होशंगाबाद नपाध्यक्ष खंडेलवाल से कहा, अपना घर संभालें
* डॉ. शर्मा ने कहा, सच्चाई समाज के सामने आना चाहिए
इटारसी। मप्र विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा ने आज सुबह यहां एक पत्रकार वार्ता में इन दिनों अखबारों में रेत उत्खनन मामले में उनका और उनके परिवार का नाम उछाले जाने पर कड़ा एतराज जताया है। इन दिनों रेत उत्खनन मामले में उनके भतीजे वैभव शर्मा का नाम आ रहा है जिसमें उनका भी नाम साथ में लिखा जा रहा है।

कभी कोई सिफारिश नहीं की
डॉ. शर्मा ने कहा कि वे स्पष्ट कर देना चाहते हैं, वैभव से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं, व्यावसायिक नहीं। न तो उन्होंने कभी रेत खदान देने के लिए सिफारिश की है और ना ही कभी किसी मामले में कोई अन्य सिफारिश की है। जिला प्रशासन से इस बात की तसदीक की जा सकती है। जिला प्रशासन किसी भी ऐसे मामले में जांच करने को स्वतंत्र है और निडरता से और निष्पक्ष जांच कर सकता है।

सच्चाई सामने आना चाहिए
डॉ. शर्मा ने शर्मा बंधु और शर्मा परिवार जैसे शब्दों के अखबार में इस्तेमाल पर खासा एतराज जताते हुए कहा कि वे पूछना चाहते हैं कि वैभव शर्मा के साथ और कौन बंधु हैं, उनको भी स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वैभव उनके भतीजे हैं, यह सत्य है। परिवार जन्म से बनते हैं, व्यापार बाद में पनपता है। उनके साथ कौन-कौन बंधु हैं, कृपया स्पष्ट किया जाए या फिर आपके पास कोई पार्टनरशिप डीड है तो बताएं। सच्चाई समाज के सामने आना चाहिए।

अपना घर संभालें खंडेलवाल
होशंगाबाद नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल द्वारा की जा रही टिप्पणी पर डॉ. शर्मा ने कहा कि उनके ही कामों के खिलाफ अभी जांच चल रही है। उन्होंने ही यह जांच प्रारंभ करायी है, इसी की बौखलाहट में श्री खंडेलवाल यह सब बयानबाजी कर रहे हैं। वे अपना घर भी संभाल लें। उनके ही कार्यालय से 41 फाइलें जब्त हुई हैं। जांच रिपोर्ट जब आएगी तो जिम्मेदारी लीडर की भी होगी। विस अध्यक्ष ने कहा कि मैंने सुचिता से राजनैतिक और सामाजिक जीवन जीया है, प्रशासन को कभी किसी प्रकार की कार्रवाई से नहीं रोका है। मैंने रेत मामले में कहा कि प्रशासन निर्भीकता से कार्रवाई करे, ऐसा होशंगाबाद नगर पालिका अध्यक्ष भी कह दें। जांच के दौरान जो दस्तावेज मांगे जा रहे हैं, वे क्यों नहीं सौंप रहे हैं। वे कार के दस्तावेज तक नहीं सौंप रहे।

फर्जी अकाउंट भाई ने वैरीफाई किया
बिना एग्रीमेंट हाउसिंग बोर्ड कालोनी का पार्क किराए पर दिया प्रायवेट भूमि पर नपा ने अपने पैसे से भवन बनाया, पायलेट वाहन के लिए गाड़ी किराए पर ली। दो सड़कें कम रेट पर टेंडर रिजेक्ट करके अधिक दर पर स्वीकृत किए। भोपाल के एक तुलसीराम के ना पर फर्जी अकाउंट बनाया, अकाउंट के लिए वैरीफाई छोटे भाई ने किया है। खाते में पैसा आता है, उसी एकाउंट से एटीएम से निकालते हैं। पुलिस में शिकायत हुई तो रुकवा दी। डॉ. शर्मा ने कहा कि एक लंबी फेहरिस्त है, यदि सब बोलें तो काफी वक्त लग जाएगा। डॉ. शर्मा ने कहा कि खंडेलवाल भी नैतिकता के आधार पर जांच कराने के लिए स्वयं कहें।

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