बेगूसराय गैंग ने फिर कबूली चोरी

अब तक 34 लाख की वारदात का खुलासा
इटारसी। बिहारी की बेगूसराय गैंग ने रिमांड अवधि में जीआरपी के सामने अब तक 34 लाख की चोरी की वारदात कबूली हैं। सूत्र बताते हैं कि यह आंकड़ा 50 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। हाल ही में सात दिन की पीआर पर ली गई गैंग से पूछताछ में एक 8 लाख रुपए की चोरी का और खुलासा हुआ है। जीआरपी की टीम इस चोरी का माल खरीदने वाले की तलाश में आज बिहार रवाना हो रही है।
बिहार की गैंग ने इसी वर्ष अगस्त माह में 30 तारीख को जयपुर-कोयम्बटूर एक्सप्रेस में तमिलनाडु के एक सोना व्यापारी सुदर्शन पिता छतरीमल का माल उड़ाया था। व्यापारी ट्रेन के कोच ए-2 की बर्थ नंबर 39 पर सफर कर रहा था।
इटारसी और होशंगाबाद के बीच में उसका बैग इस गैंग ने उड़ा दिया। बैग में ढाई सौ ग्राम सोना और 55 हजार रुपए नगद थे। इस तरह से आठ लाख से अधिक की यह चोरी गैंग ने कबूली है।

पटना में बेचा सोना

सूत्र बताते हैं कि बेगूसराय गैंग ने जीआरपी द्वारा की गई पूछताछ में चोरी का यह सोना पटना में बेचना कबूल किया है। गैंग की वारदात करने के बाद भागने की कहानी भी दिलचस्प है। जयपुर-कोयम्बटूर में आठ लाख के माल पर हाथ साफ करने के बाद गैंग यहां से पहले ट्रेन से लखनऊ पहुंची थी। वहां से दिल्ली और फिर दिल्ली से हवाई जहाज से ये लोग पटना पहुंचे थे। गैंग ने पटना के किसी सुनार को सोना बेचना कबूला है। जीआरपी की टीम माल की बरामदगी के लिए आज रात पटना रवाना हो रही है। ये लोग चोरी करने ट्रेनों के एसी कोच में रिजर्वेशन कराते थे। एक ही दिन में कई ट्रेनों में वारदात करके भाग जाते थे। वारदात से पहले हाईवे पर होटल में रूम लेते। फिर ट्रेनों से अन्य साथी सामान चुराकर स्टेशन पर उतरकर होटल आ जाते थे। इधर जीआरपी की टीम को इस गैंग के दो फरार सदस्य महेन्द्र शर्मा और श्याम पोद्दार भी नहीं मिले हैं।

छग में भी की है वारदात

बेगूसराय गैंग के कुख्यात बदमाशों ने कई वारदातों को अंजाम दिया है। गैंग ने मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ के बिलासपुर और रायपुर में भी वारदात की। यह गैंग 19 नवंबर को इटारसी आए आयी। 3 दिसंबर की रात इटारसी में वारदात की योजना बनाते हुए 15 बदमाशों को जीआरपी ने घेराबंदी करके गिरफ्तार किया था। उस वक्त गैंग के सदस्य छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में डकैती की योजना बना रहे थे। उनके पास पिस्टल, एयरगन के अलावा चोरी में प्रयुक्त होने वाले कटर, पेंचकस और अन्य उपकरण जब्त किए हैं। गैंग को कोर्ट में पेश कर इन्हें 7 दिन की रिमांड पर लिया था। बदमाशों ने एक दर्जन से अधिक वारदातें कबूल की हैं। इसमें पहले 8 वारदातों में 26 लाख रुपए के जेवर व रुपए बरामद हो चुके हैं। गैंग 27 दिसंबर तक पीआर पर है। इस अवधि में 8 लाख की चोरी और सामने आयी है। 4 दिन में और वारदात का खुलासा हो सकता है।

घटनाक्रम पर एक नज़र

* 3 दिसंबर की रात डकैती की योजना बनाते 15 बदमाश पकड़ाए, दो भाग गए।
* 4 दिसंबर को गैंग के सदस्यों को कोर्ट से 7 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया।
* 6 दिसंबर को गैंग के 15 सदस्यों को रेलवे पुलिस बिहार लेकर रवाना हुई।
* 11 दिसंबर का चोरी और लूट की 13 वारदातें कबूली। 8 मामलों में खुलासा।
* 16 दिसंबर को माल की जब्ती व फरार आरोपी की तलाश में टीम बेगूसराय गई।
* 19 दिसंबर को कोर्ट से 27 दिसंबर तक पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड बढ़ाई गई।

इनका कहना है…!

आज जीआरपी की एक टीम चोरी का माल खरीदने वालों की तलाश में बिहार रवाना हो रही है। बदमाश 27 तक पीआर पर हैं। इस अवधि में जो भी वारदात कबूल करेंगे, उसका खुलासा 27 दिसंबर को किया जाएगा।
बीएस चौहान, जीआरपी थाना प्रभारी

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