इटारसी। कई विभागों के कर्मचारियों को एस्मा के तहत कोरोना की ड्यूटी में तैनात किया था। कई कर्मचारी अब भी डबल ड्यूटी कर रहे हैं। इटारसी में जहां स्थिति सामान्य हो गयी है, इसके बाद भी कुछ कर्मचारी बाहर से आकर ड्यूटी कर रहे हैं, जबकि कई पाइंड खाली होने के बाद स्थानीय कर्मचारियों को लगाकर बाहर से आने वालों को राहत प्रदान की जा सकती थी।
कई कर्मचारी इटारसी से दूरस्थ स्थानों से स्वयं के व्यय से आकर ड्यूटी कर रहे हैं और लौटकर मूल विभाग में भी काम करना पड़ रहा है। ऐसे कर्मचारियों में सिंचाई विभाग के कर्मचारी अत्यधिक परेशान हैं। सिंचाई विभाग के सात कर्मचारी ऐसे हैं जो इटारसी से बाहर दूर से अपनी बाइक से स्वयं के व्यय से आ रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों का करीब दस हजार रुपए खर्च हो चुका है, इनको ये पैसा तो मिलेगा नहीं बल्कि कर्मचारियों की तनख्वाह में से भी कोरोना फंड के नाम पर पैसा काट लिया है।
सिंचाई विभाग के सात ऐसे कर्मचारी हैं, जिनका मुख्यालय यहां से करीब 35 किलोमीटर दूर तवानगर है। जबकि इन कर्मचारियों का मुख्यालय इटारसी बताकर इनकी ड्यूटी शहर के विभिन्न पाइंटों पर लगा दी है। इनके विषय में इनके अधीक्षण यंत्री ने इटारसी के प्रशासन को जानकारी दे दी है कि नहरें चालू हैं और ये कर्मचारी इटारसी में ड्यूटी के बाद नहरों पर भी अपनी ड्यूटी करते हैं, इनको रिलीव करने का निवेदन किया जा चुका है, लेकिन इनको छोड़ा नहीं गया है।
इन सात कर्मचारियों की ड्यूटी इटारसी में ओवरब्रिज, धौंखेड़ा तिराह, राज टाकीज तिराहा, ग्वालबाबा चौराह, लक्कडग़ंज तिराहा और जमानी तिराहा पुरानी इटारसी में लगी है। ये सभी कर्मचारी अपने कार्यालय के पहचान पत्र के साथ चेकपोस्ट पर सुबह 7 से दोपहर 11:30 बजे तक ड्यूटी करते हैं फिर बाइक से घर जाकर खाना आदि खाकर मूल विभाग की ड्यूटी पर चले जाते हैं। इस भीषण गर्मी में ये हर रोज करीब 70 किलोमीटर बाइक से सफर करते हैं। इन कर्मचारियों को तो रिलीव किया जा सकता है।
इनका कहना है…!
आपातकालीन ड्यूटी तो सभी को करनी पड़ती है, हमने भी की है। लॉक डाउन 31 मई तक अब चूंकि हमारा नगर ग्रीन जोन में आ गया है। हो सकता है कि 31 मई के बाद कर्मचारियों को मूल विभाग के काम में वापस कर दिया जाये। अभी तीन दिन और इंतजार करना होगा।
आईडी कुमरे, ईई जलसंसाधन
अभी जब तक एक भी कंटेन्मेंट जोन बाकी है, और पूरी तरह से सुरक्षित न हो जाए, पाइंट खत्म नहीं कर सकते। इसके अलावा ये सारे निर्णय कलेक्टर को करने होते हैं। कलेक्टर के निर्देश का पालन हम करते हैं, वहां से जो भी निर्देश मिलेंगे, वैसा करेंगे।
सतीश राय, एसडीएम इटारसी
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