होशंगाबाद। शुक्रवार को होशंगाबाद एवं इटारसी ग्रामों के कथा प्रवक्ताओं की बैठक हुई। बैठक में भागवत कथाओं(Bhagwat Katha) को फिर से प्रारम्भ करने के लिए अनुमति व प्रशासन द्वारा सहयोग मिलने पर चर्चा की गई। कोरोना संक्रमण के कारण विगत 5 महीने से जो कथाएं रुकी हुई है। इस विषय पर सभी कथा वक्ता व प्रवचन कर्ता चिंतित है क्योंकि कथावाचको की जीविका व रोजगार कथाओं पर ही निर्भर है। लॉकडाउन लगने के कारण कथा फिर से शुरू नहीं होने के कारण अब सभी कथा वक्ताओं को आर्थिक रुप से समस्या होने लगी है। नर्मदा पुर क्षेत्र के सभी वक्ताओं की सर्वसम्मति से नर्मदा पुर कथा व्यास मंच का गठन किया गया। अलग अलग पदों पर वक्ताओं को को जिम्मेदारी दी गई। कथा व्यास मंच के अध्यक्ष आचार्य नीरजेश त्रिपाठी ने बताया कि वर्तमान में विगत कई महीनों से जो कथाएं बंद हैं उसका प्रभाव अब पूर्ण रूप से कथा वक्ताओं के परिवार पर दिख रहा है। जिसके कारण उन्हें आर्थिक व मानसिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार द्वारा गाइडलाइन निर्धारित की जाए
सरकार द्वारा ऐसी गाइडलाइन निर्धारित की जाए जिससे की पुनः कथाएं प्रारंभ हो और सभी वक्ताओं की समस्या का समाधान हो सके अभी तक विगत 5 महीनों में प्रशासन के द्वारा कोई सहयोग या आश्वासन हम सभी को प्राप्त नहीं हुआ है। इस दौरान होशंगाबाद, इटारसी, केसला, बाबई, फुरताल क्षेत्र के विद्वान प्रवक्ता बैठक में उपस्थित थे। वक्ताओं ने बताया कि वह इस विषय को लेकर मंगलवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौपेंगे।
पदानुसार दायित्व दिए गए
अध्यक्ष- आचार्य पं निरजेश त्रिपाठी
उपाध्यक्ष- पं नरेन्द्र तिवारी जी/ पं सुनील भार्गव
कोषाध्यक्ष- आचार्य पं अजय दुबे
सचिव- पं मनमोहन भार्गव जी/ पं हर्षित कृष्ण वाजपेयी जी
प्रचार प्रसार प्रमुख व मीडिया प्रभारी-भागवताचार्य पं सोमनाथ शर्मा/ भागवताचार्य पं तरुण तिवारी/ भागवताचार्य पं शुभम दुबे।